what is Concussion sub rule: भारत ने इंग्लैंड को पुणे में खेले गए चौथे टी20 में 15 रन से हराकर सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त ले ली। भारत की जीत के बाद से आईसीसी के एक नियम को लेकर काफी बवाल हो रहा है। ये नियम है कन्कशन सब्सिट्यूट का, जिसके कारण बीच मैच में हर्षित राणा का टी20 डेब्यू हुआ।

इस मैच में शिवम दुबे को बल्लेबाजी के दौरान हेलमेट पर गेंद लगी थी, जिसके बाद हर्षित राणा को बतौर कन्कशन सब्सिट्यूट मैदान पर उतारा गया। हर्षित ने मैच में तीन विकेट झटके और भारत की जीत में अहम रोल निभाया था। इसके बाद से ही इस बात को लेकर विवाद हो रहा कि हर्षित शिवम के लाइक फॉर लाइक रिप्लेसमेंट नहीं हैं। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने भी इस पर सवाल उठाए। इसे लेकर क्या कहता है आईसीसी का नियम, आइए जानते हैं। 

क्या है कन्कशन सब्सिट्यूट नियम?
शिवम दुबे के स्थान पर हर्षित राणा को उतारने के बाद से आईसीसी की प्लेइंग कंडीशन में ‘लाइक-फॉर-लाइक रिप्लेसमेंट’ शब्द के अर्थ पर बहस छेड़ दी है। आईसीसी के मेंस टी20 से जुड़े रूल  1.2.7 में कन्कशन सब्सटीट्यूट से संबंधित बातें कही गई हैं।

इस नियम के अनुसार,'ICC मैच रेफरी को आमतौर पर कन्कशन रिप्लेसमेंट अनुरोध को मंजूरी देनी चाहिए, अगर रिप्लेसमेंट एक लाइक-फॉर-लाइक खिलाड़ी है, जिसके शामिल होने से मैच के बाकी बचे समय में उसकी टीम को बहुत ज़्यादा फ़ायदा नहीं होगा।'

इस नियम के सब क्लॉज 1.2.7.4 और 1.2.7.5 में कहा गया है, 'यह आकलन करने में कि क्या कन्कशन रिप्लेसमेंट को लाइक-फॉर-लाइक खिलाड़ी माना जाना चाहिए, ICC मैच रेफरी को इस बात पर विचार करना चाहिए कि मैच के बाकी बचे समय में कन्कशन वाले खिलाड़ी की संभावित भूमिका क्या होगी और कन्कशन रिप्लेसमेंट के लिए नॉमिनेट हुआ खिलाड़ी की मैच के दौरान क्या भूमिका होगी।'

इस नियम में आगे कहा कि अगर आईसीसी के मैच रेफरी को ये लगता है कि कन्कशन रिप्लेसमेंट के रूप में खेल रहा खिलाड़ी से अगर उसकी टीम को अतिरिक्त फायदा मिल रहा है तोमैच रेफरी कन्कशन रिप्लेसमेंट की पहचान और भागीदारी पर ऐसी शर्तें लगा सकता है, जैसा वह उचित समझे। यानी मैच रेफरी के पास ये अधिकार होता है कि वो ये तय कर सके कि कन्कशन सब्सिट्यूट जायज है या नहीं। 

शिवम दुबे एक बैटिंग ऑलराउंडर हैं, जो कभी-कभी ही गेंदबाबजी करते हैं। दूसरी ओर, हर्षित राणा तेज गेंदबाज हैं। इसी वजह से भारत की जीत के बाद बवाल हो रहा है।