नई दिल्ली। इंग्लैंड के खिलाफ भारत को हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा था। 2021 में भी जब इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी, तब भी मेजबान टीम को पहले टेस्ट में हार मिली थी। हालांकि, इसके बाद बाद ने वापसी करते हुए 3-1 से सीरीज जीती थी। ऐसे में इस बार भी टीम इंडिया से ऐसी ही उम्मीद है। 

भारत और इंग्लैंड के बीच 2 फरवरी से विशाखापट्टनम में दूसरा टेस्ट खेला जाएगा। इस मैदान पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड टेस्ट में शानदार रहा है। भारत ने यहां खेले दोनों टेस्ट जीते हैं। पिछली बार भारत ने 2019 में साउथ अफ्रीका को विशाखापट्टनम में हराया था।

वहीं, 2016 में इंग्लैंड को भी भारत यहां हरा चुका है। उस टेस्ट में क्या हुआ था, आइए बताते हैं। 

2016 में विशाखापट्टनम में इंग्लैंड को भारत ने हराया था
2016 में इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी। तब भारत ने इंग्लैंड को 246 रन से हराया था। विराट कोहली, जो व्यक्तिगत कारणों से मौजूदा सीरीज के पहले दो टेस्ट नहीं खेलेंगे, 8 साल पहले खेले गए टेस्ट में मैन ऑफ द मैच थे। कोहली ने नंबर-4 पर बैटिंग करते हुए पहली पारी में 167 और दूसरी में 81 रन बनाए थे जबकि गेंद काफी घूम रहे थे। 

कोहली के अलावा ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने भी उस टेस्ट में शानदार गेंदबाजी की थी। पहली पारी में अश्विन ने 5 और दूसरी में तीन विकेट लेकर टीम की जीत में अहम रोल निभाया था। इस जीत के साथ ही भारत ने 5 टेस्ट की सीरीज में 1-0 की बढ़त ली थी। 

2019 में भारत ने साउथ अफ्रीका को हराया था
इंग्लैंड को 2016 में विशाखापट्टनम में हराने के 3 साल बाद भारत ने साउथ अफ्रीका को भी यहां रौंदा था। 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वाइजैग टेस्ट में भारत ने 206 रन बनाए थे। भारतीय ओपनर रोहित शर्मा ने तब दोनों पारियों में शतक ठोका था।

पहली पारी में रोहित ने 176 और दूसरी पारी में तूफानी अंदाज में 127 रन ठोके थे। एक बार फिर अश्विन ही भारत की जीत में काम आए थे। उन्होंने मैच में 8 विकेट लिए थे। भारत का इस मैदान पर टेस्ट में अजेय है। हालांकि, रवींद्र जडेजा और केएल राहुल के चोटिल होने की वजह से भारत की उम्मीदें जरूर धुंधली पड़ी हैं। 

वाइजैग में स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला है
विशाखापट्टनम टेस्ट को लेकर ये खबर आ रही है कि विकेट स्पिन गेंदबाजी के मुफीद हो सकता है। वैसे भी इतिहास यही बताता है कि इस मैदान पर स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला रहता है। अश्विन ने इस मैदान पर सबसे अधिक विकेट लिए हैं। उन्होंने 2 मैच में 16 विकेट लिए हैं।

अश्विन दो बार यहां पारी में 5 विकेट ले चुके हैं। वहीं, रवींद्र जडेजा का भी रिकॉर्ड बेमिसाल है। उन्होंने 2 टेस्ट में 9 विकेट झटके हैं। मोहम्मद शमी ने भी विशाखापट्टनम में 2 टेस्ट खेले हैं और 8 विकेट झटके हैं। हालांकि, इंग्लैंड के लिए राहत की बात होगी कि इस बार उसका सामना जडेजा और शमी से नहीं होगा।