Ishan Kishan Team India Comeback : अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए जब से भारतीय टीम का ऐलान हुआ है, तब से ही एक खिलाड़ी को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही। वो हैं ईशान किशन। ऐसी खबरें आईं कि उन्हें अनुशासनहीनता की वजह से अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया। लेकिन, हेड कोच राहुल द्रविड़ ने अफगानिस्तान के खिलाफ मोहाली टी20 से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसी खबरों को सिरे से खारिज कर दिया।

द्रविड़ ने कहा कि ईशान ने साउथ अफ्रीका टूर पर ब्रेक मांगा था और टीम मैनेजमेंट ने उन्हें आराम देने का फैसला लिया। द्रविड़ के इस बयान के बाद यही सवाल उठता है तो फिर कब और कैसे ईशान टीम इंडिया में लौटेंगे? 

ईशान की टीम इंडिया में कमबैक से जुड़ी एक खबर सामने आई है, जिसमें ये कहा गया है कि इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट की सीरीज में इस विकेटकीपर बैटर की वापसी हो सकती है। क्योंकि भारतीय टीम मैनेजमेंट टेस्ट में केएल राहुल से विकेटकीपिंग नहीं कराना चाहता है। ऐसे में ईशान को बतौर स्पेशलिस्ट विकेटकीपर चुना जा सकता है। 

ईशान इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट खेल सकते हैं
इसके लिए ईशान को रणजी ट्रॉफी में अपनी फिटनेस साबित करनी होगी। क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके लिए ईशान 19 जनवरी से रणजी ट्रॉफी के झारखंड बनाम सर्विसेस मैच में खेल सकते हैं। 

केएस भरत भी कर रहे तैयारी
भारतीय टीम मैनेजमेंट ने अन्य विकेटकीपर केएस भरत को भी तैयार रहने को कहा है। इसी वजह से वो इंग्लैंड लायंस के खिलाफ इंडिया-ए की तरफ से खेलेंगे।

केएल राहुल टेस्ट में क्यों नहीं विकेटकीपिंग करेंगे?
टेस्ट क्रिकेट में वापसी पर केएल राहुल ने विकेटकीपर और मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में अपनी नई भूमिका में शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि, उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ वही भूमिका नहीं मिलेगी। क्रिकबज के अनुसार, भारतीय टीम प्रबंधन राहुल पर टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपिंग का अतिरिक्त बोझ नहीं डालना चाहता है, खासकर भारतीय पिचों पर जहां गेंद के नीची रहने और टर्न होने की उम्मीद होती है।

वे रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जड़ेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव को संभालने के लिए विशेषज्ञ विकेटकीपर चाहते हैं। लेकिन मध्यक्रम में राहुल की जगह कमोबेश पक्की है। उन्हें श्रेयस अय्यर से पहले नंबर 5 स्थान के लिए चुने जाने की संभावना है।

दिसंबर 2022 में एक कार दुर्घटना में लगी चोट से ऋषभ पंत अभी भी पूरी तरह से उबर नहीं पाए हैं और सेलेक्टर्स रिद्धिमान साहा से आगे बढ़ चुके हैं। ऐसे में उनके पास वास्तव में ईशान किशन की ओर रुख करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, जिनके पास टेस्ट में केवल खेलने का अनुभव है। उन्होंने 50 प्रथम श्रेणी मैचों में झारखंड के लिए विकेटकीपिंग की है।