नई दिल्ली। टी-20 विश्वकप 2024 के शेड्यूल का ऐलान कर दिया गया है। वेस्ट इंडीज और अमेरिका में होने जा रहे इस टी20 विश्वकप में कुल 20 टीमें हिस्सा लेंगी। हर टीम विश्वकप जैसे बड़े मंच पर अपने बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ उतरेगी। भारतीय टीम की प्लानिंग भी यही है। इसी सोच के कारण ही करीब 14 महीने बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली की भारतीय टी20 टीम में वापसी हुई है।
इन दोनों को सेलेक्टर्स ने अफगानिस्तान के खिलाफ 11 जनवरी से शुरू हो रही 3 टी20 की सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना है। हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव के चोटिल होने की वजह से रोहित शर्मा को कप्तान बनाया गया है।
आखिर क्यों सेलेक्टर्स ने 1 साल बाद रोहित और विराट को टी20 टीम में चुना। क्यों ये दोनों खिलाड़ी टी20 विश्व कप के लिहाज से टीम इंडिया के लिए जरूरी हैं।
वनडे वर्ल्डकप में गजब की फॉर्म
टीम इंडिया के हाथों जरूर 2023 का वनडे वर्ल्ड कप फिसल गया था। लेकिन रोहित शर्मा और विराट कोहली ने अपने खेल से हर किसी का दिल जीता था। विराट इस विश्वकप में सबसे ज्यादा (765) रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे जबकि रोहित शर्मा ने भी 597 रन ठोके थे। रोहित ने करीब-करीब हर मुकाबले में अपने विकेट या रनों की परवाह किए बिना टीम इंडिया को तेज शुरुआत दिलाई थी। पावरप्ले में उनकी पावर हिटिंग का ही ये नतीजा था कि भारत बाकी टीमों के मुकाबले लीग स्टेज में एक भी मैच नहीं हारा।
रोहित-विराट के नाम टी20 में सबसे ज्यादा रन
इंटरनेशनल टी20 में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में विराट और रोहित का नाम सबसे पहले आता है। विराट ने 115 टी20 में 1 शतक और 34 अर्धशतक की मदद से कुल 4008 रन बनाए हैं। वहीं रोहित ने 148 टी20 में 3853 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से कुल 29 अर्धशतक और 4 शतक निकले थे।
रोहित-कोहली के पास कप्तानी का 'विराट' अनुभव
रोहित और कोहली के पास कप्तानी का भी विराट अनुभव है। रोहित अपनी कप्तानी में मुंबई इंडियंस को 5 बार आईपीएल का खिताब जिता चुके हैं। रोहित की अगुआई में ही भारतीय टीम वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। ऐसे में रोहित की अगुआई में टीम इंडिया टी20 की बादशाह बन सकती है। वहीं कोहली के पास भी कप्तानी का 'विराट' अनुभव है। विराट ने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में कप्तानी की है। टेस्ट में नंबर-1 बनाया है। दोनों दिग्गजों की कप्तानी का अनुभव भारतीय टीम के बेहद काम आ सकता है।
एक आक्रामक तो दूसरा स्थिर
टी20 क्रिकेट बेशक ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का फॉर्मेट है। लेकिन, जब कोई टीम लगातार विकेट खोने के बाद दबाव में आती है तो उस समय जरूरत होती है ऐसे बैटर की जो एक छोर संभाले रख सके। रोहित जहां ताबड़तोड़ शुरुआत करने में माहिर हैं तो वहीं, हालात के हिसाब से खेल चलाना विराट से बेहतर भला और कौन जानता है।