Bihar Chunav 2025: मकर संक्रांति के मौके पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के अध्यक्ष पशुपति पारस से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान लालू यादव ने महागठबंधन में शामिल होने का निमंत्रण दिया।

महागठबंधन में शामिल होने पर क्या बोले पशुपति पारस?
जब पारस से इस बारे में महागठबंधन में शामिल होने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा, "अभी इस पर कुछ कहना जल्दबाजी होगी। लालू यादव मेरे बड़े भाई जैसे हैं। हमारे बीच पारिवारिक संबंध हैं। जहां भी मिलते हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं। लेकिन महागठबंधन में शामिल होने को लेकर अभी कुछ कहना उचित नहीं होगा।"

दही-चूड़ा भोज के लिए नेताओं को किया आमंत्रित
पारस ने मकर संक्रांति के मौके पर सभी दलों को अपने यहां दावत के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने कहा कि मैंने एनडीए, आरजेडी, कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टियों सहित सभी दलों को आमंत्रित किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी बुलाया था, लेकिन वह नहीं आए। उनसे पूछिए कि क्यों नहीं आए।

एनडीए में नहीं रहेंगे पारस?
जब पारस से पूछा गया कि क्या एनडीए के साथ उनके दरवाजे अब बंद हो गए हैं। इसपर उन्होंने कहा कि चुनाव में अभी 10 महीने बचे हैं। अभी कुछ भी तय कहना मुश्किल है।

इसी साल होगा बिहार विधानसभा चुनाव
243 विधानसभा सीटों वाली बिहार में 2025 के अंत में होने चुनाव होने हैं। वर्तमान में राज्य में एनडीए गठबंधन की सरकार चल रही है और राज्य के मुखिया नीतीश कुमार हैं। एक बार फिर एनडीए गठबंधन बिहार में साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा की है, जिसमें नीतीश कुमार की जेडीयू, भाजपा, चिराग पासवान की एलजेपी और जीतन राम मांझी की हम शामिल हैं। चुनाव से पहले ही साफ हो गया है कि आगामी चुनाव में एनडीए का चेहरा सीएम नीतीश होंगे।

महागठबंधन भी चुनाव में प्रदर्शन के लिए तैयार
दूसरी ओर, महागठबंधन भी राज्य में चुनाव के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रही है। महागठबंधन में लालू यादव की नेतृत्व वाली आरजेडी, कांग्रेस, मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी सहित अन्य दल शामिल हैं। ऐसे में अगर पशुपति कुमार पारस महागठबंधन का हिस्सा बनते हैं, तो तेजस्वी यादव को और मजबूती मिल सकती है।