अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ में ईडी और आईटी की कार्यवाही रुकने का नाम नहीं ले रही है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार में रहे पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के कई ठिकानों पर पिछले 30 घंटे से भी ज्यादा समय से आईटी की रेड जारी है। बुधवार को उनके अंबिकापुर स्थित आवास और रायपुर विधायक कॉलोनी स्थित बंगले पर दबिश दी थी।
बीते दिनों कोल घोटाले को लेकर 100 से अधिक लोगों के उपर EOW ने एफआईआर दर्ज किया था। जिसमें पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के साथ तब के आबकारी मंत्री कवासी लखमा का भी नाम शामिल है। भगत का नाम कोयला घोटाले के आरोपियों में शामिल है। 17 जनवरी को ईडी ने एफआईआर दर्ज कराई थी। साथ ही मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की टीम ने उनके पीए, उनके करीबी SI और व्यवसायी के कई ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। रेड में सभी को हिरासत में लिया गया है।
घोटाले के सूत्रधार की डायरी में भगत का नाम
सूत्रों ने बताया कि, कोयला घोटाले के सूत्रधार कारोबारी सूर्यकांत तिवारी की डायरी में अमरजीत भगत का नाम मिला है। भगत पर 50 लाख रुपए लेने का जिक्र उनकी डायरी में है। बुधवार को अमरजीत भगत के अंबिकापुर के अलावा सीतापुर के बंगले में भी छापा मारा गया था। साथ ही उनके रायपुर स्थित आवास सरगुजा कुटीर में भी IT टीम दस्तावेज खंगाल रही है। करीब दो एकड़ में बंगला, मंदिर, गार्डन और दफ्तर है। छापे के बाद अमरजीत की तबीयत बिगड़ गई थी। जिसको लेकर उन्होंने कहा कि, यह कार्रवाई उन्हें परेशान करने के लिए की जा रही है।
निजी सहायक के घर में भी रेड
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के करीबी और सिविल इंजीनियर प्रमोद टोप्पो को आईटी की टीम ने हिरासत में लिया है। उसे फुंदुरडिहारी से गिरफ्तार किया गया है और फिलहाल अमरजीत के घर में रखा गया है। कहा जा रहा है कि, वे अमरजीत भगत के राजदार भी हैं। अंबिकापुर के कांग्रेस कार्यालय का निर्माण भी टोप्पो ने कराया था। बलरामपुर में अमरजीत भगत के निजी सहायक राजेश वर्मा के घर से लाखों रुपए नगद, जेवरात और कई जमीनों के दस्तावेज जब्त करने की खबर निकलकर सामने आ रही है। हालांकि अभी तक आईटी ने इसकी पुष्टि नहीं की है। राजेश वर्मा पेशे से शिक्षक हैं और उनकी पत्नी नर्स हैं।
भगत के करीबी एसआई के घर भी जांच
छापेमारी में भगत के नजदीकी एसआई रूपेश नारंग के घर भी टीम ने दबिश दी है। जब छापा पड़ा तब रूपेश नारंग रायपुर में थे। उन्हें आईटी की टीम ने पूछताछ के लिए रायपुर से ही हिरासत में ले लिया था। बताया जाता है कि, कांग्रेस के शासनकाल में नारंग को सरगुजा क्षेत्र में प्रभावशाली पुलिस अधिकारी माना जाता था।
करीबी उद्योगपति को शादी से उठाया
इतना ही नहीं रायपुर के उद्योगपति हरपाल सिंह अरोरा को भी आईटी की टीम ने अंबिकापुर के एक होटल से उठा लिया है। उनके रायपुर स्थित संस्थानों पर आईटी जांच जारी है। वे मंगलवार को अंबिकापुर में एक शादी समारोह में गए थे। वे भगत के करीबी और बिजनेस पार्टनर हैं और राजधानी रायपुर में उनकी कई बड़ी संपत्तियां हैं।