जशपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की तत्परता से जशपुर जिले के चार युवकों को कर्नाटक से छुड़ाया गया है। उन्हें वहां बंधुआ मजदूरों की तरह रखा गया था। बताया जा रहा है कि, ये चारों युवक पिछले एक साल से वहां फंसे हुए थे। युवकों ने वीडियो जारी कर छत्तीसगढ़ सरकार से मदद मांगी थी। छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर चारों युवकों की सकुशल घर वापसी हो गई है। जशपुर कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के निर्देशानुसार श्रम विभाग की टीम ने जिले के 4 पहाड़ी कोरवा युवकों को कर्नाटक से वापस लाया।

बिना मजदूरी के रात-दिन कराया जा रहा था काम

मिली जानकारी के मुताबिक, बोरवेल खुदाई वाली गाड़ी में काम करने कर्नाटक में जाकर जशपुर के चार युवक पिछले एक साल से फंसे हुए थे। अब जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम उन्हें वापस लेकर जशपुर पहुंच गई है। दरअसल जशपुर जिले के ग्राम हर्रापाठ निवासी शनिचरण राम, सिकन्दर राम, बृजमोहन राम और विनोद राम को कुनकुरी के ग्राम राझाडाड निवासी ठेकेदार विवेक प्रसाद साहू ने माह दिसम्बर- 2023 से अधिक मजदूरी का लालच देकर कर्नाटक ले गया था। वहां पर उन्हें रात और दिन काम कराया जा रहा था। लेकिन वेतन नहीं दिया जा रहा था। उन्हें सिर्फ पांच हजार रुपये एडवांस दिया गया था। जिसके बाद उन्हें और कोई वेतन नहीं दिया गया।

वीडियो जारी कर मांगी थी मदद

युवकों की शिकायत के मुताबिक, उन्हें घर आने भी नहीं दिया जा रहा था। ऐसे में इन युवकों ने वीडियो बनाकर मदद की अपील की थी। वीडियो पर कलेक्टर एवं पुलिस विभाग ने त्वरित संज्ञान लिया और इन युवकों की सुरक्षित वापसी के लिए श्रम विभाग को निर्देश दिए गए। जिसके पश्चात् पुलिस की मदद से कार्यवाही कर इन युवकों को सन्ना के उनके गृह ग्राम रामपाठ सकुशल पहुंचाया गया। प्रशासन की मदद से घर वापस आने पर चारों युवकों व उनके परिजनों ने बेहद प्रसन्नता जाहिर की।