रायपुर। काम के बदले रिश्वत लेने के आरोप में एसीबी की टीम ने बुधवार को संचलनालय में मछली पालन विभाग में ज्वाइंट डायरेक्टर तथा कोरबा में एक राजस्व निरीक्षक और पटवारी को गिरफ्तार किया है। मंत्रालय में पदस्थ अफसर को एसीबी की टीम ने एक लाख रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी को आठ हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। ज्वाइंट डायरेक्टर को एसीबी की टीम ने ग्रामीण का वेश धारण कर गिरफ्तार किया है।

एसीबी द्वारा जारी बयान के मुताबिक,  मछली पालन विभाग में ज्वाइंट डायरेक्टर के पर पर पदस्थ देव कुमार सिंह को रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा गया है। देव के खिलाफ बिलासपुर निवासी नरेंद्र कुमार श्रीवास जो जांजगीर-चांपा में कार्यालय सहायक संचालक, मछली पालन विभाग में उप अभियंता के पद पर पदस्थ हैं, ने रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। नरेंद्र ने एसीबी में लिखित में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि लंबित विभागीय कार्य के लिए ज्वाइंट डायरेक्टर उससे दो लाख रुपए की मांग कर रहा है। इसके बाद एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर देव को नरेंद्र से रिश्वत की पहली किस्त एक लाख रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया 

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ज्वाइंट डायरेक्टर को ट्रैप करने ग्रामीण बनकर पहुंचे 

संचालनालय में काम करने वाले कर्मचारियों के मुताबिक एसीबी की टीम को कोई पहचान न पाए, इसलिए टीम में शामिल 10 अफसर तथा कर्मी ग्रामीणों का वेश धारण कर संचलनायल पहुंचे थे। एसीबी की टीम में शामिल ज्यादातर लोग कुर्ता-पायजामा तथा लोवर पहने हुए थे। उनमें कुछ लोग कोट पैंट में थे। देखने से ऐसे लग रहे थे किसी अफसर के साथ ग्रामीण मछली पालन करने अफसर से मिलने आए हैं।

सीमांकन के बदले पैसों की मांग

एक अन्य मामले में एसीबी की टीम ने कोरबा, बाकीमोंगरा निवासी संजय दिवाकर की शिकायत पर राजस्व निरीक्षक अश्विनी राठौर तथा पटवारी धीरेंद्र लाटा को आठ हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। संजय ने राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी के खिलाफ भूमि खरीदने के पूर्व सीमांकन करने 13 हजार रुपए रिश्वत मांगने की  शिकायत दर्ज कराई थी। राजस्व निरीक्षक रिश्वत की पहली किस्त पांच हजार रुपए ले चुका था। सीमांकन करने के बाद पटवारी संजय से आठ हजार रुपए लेते ट्रैप किया गया।