रविकांत सिंह राजपूत- कोरिया। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के ग्रामीणों इलाकों में गुणवत्ताहीन निर्माण कामों पर सख्ती का रुख लगातार जारी है। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार किसी भी योजना के तहत होने वाले निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसी कड़ी में एक गुणवत्ताहीन नाली निर्माणकार्य पर प्रशासनिक बुलडोजर चला कर पूरे निर्माण को हटा दिया गया।
इस बारे में जानकारी देते हुए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि पिछले दिनों सोनहत जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कैलाशपुर में कुछ निर्माण कार्यों में लापरवाही की शिकायत मिली थी। इस पर अविलंब जांच के लिए टीम भेजी गई थी। इनमें से एक ग्राम पंचायत कैलाशपुर में महात्मा गांधी नरेगा योजना अंतर्गत सोलर पंप से लेकर राजेश यादव के घर तक कुल तीन सौ मीटर पक्की नाली का निर्माण स्वीकृत किया गया है। इस काम के लिए ग्राम पंचायत कैलाशपुर को ही निर्माण एजेंसी बनाया गया है। जांच टीम ने शिकायत के बाद मौके पर जाकर कार्यों की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपल एकत्र किए। इन सेंपल की जांच में पाया गया कि, नाली निर्माण का काम निर्धारित मानकों के अनुसार एजेंसी ने नहीं कराया है। जांच के बाद बनाया गया नाला गुणवत्ताहीन पाया गया, जिसे तोड़ दिया गया। इसके बाद निर्धारित मानकों के आधार पर नया नाला बनाने का निर्देश दिया गया।
लापरवाही बरतने वाले अधिकारी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी
जिला पंचायत सीईओ डॉ आशुतोष ने बताया कि, जिन कार्यों की शिकायत मिली है उन सभी की जांच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि, हर काम की जांच के बाद तत्काल कदम उठाए जाएंगे। बता दें कि, इस काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है। जैसे ही उनके जवाब मिलेंगे आगे की कार्यवाही शुरू की जाएगी। जिला पंचायत सीइओ डॉ आशुतोष ने कहा कि, जनहितकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी तरह की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी निर्माण एजेंसी को यह निर्देश दिया गया है कि, अपना काम नियमानुसार करें और लापरवाही न करें।