रायपुर। कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री रामविचार नेताम ने मंगलवार को मंत्रालय में कृषि एवं संबंधित विभागों के आला अधिकारियों की बैठक लेकर खरीफ 2024-25 की तैयारियों की समीक्षा की। मंत्री ने कहा, किसानों को उनकी डिमांड के अनुरूप खाद-बीज की आपूर्ति सुनिश्चित करना विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निरंतर अपने- अपने इलाकों का दौरा कर खाद-बीज के भण्डारण एवं उठाव पर निगरानी रखने के साथ ही इनकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सैंपलिंग और जांच पड़ताल जारी रखने के निर्देश दिए। 

बीज निगम के पास डिमांड से ज्यादा खरीफ फसलों के बीज

चालू खरीफ वर्ष 2024 में सहकारी क्षेत्र में 5.44 लाख क्विंटल बीज मांग का आकलन गया है। वर्तमान में बीज निगम के पास कुल 6.31 लाख क्विंटल बीज उपलब्ध है, जो मांग का 116 प्रतिशत है। 10 जून की स्थिति में कुल 4.16 लाख क्विंटल बीज का भण्डारण विभिन्न सहकारी सोसाइटियों में किया गया है, जो मांग का लगभग 76 प्रतिशत है। कृषकों द्वारा अभी तक 2.41 लाख क्विंटल बीज का उठाव किया जा चुका है, जो विगत वर्ष इसी अवधि में हुए उठाव 1.64 लाख क्विंटल की तुलना में 47 प्रतिशत अधिक है। सहकारी क्षेत्र में उर्वरक का वर्तमान भण्डारण 6.20 लाख टन है, जो मांग का 72 प्रतिशत है। कृषकों ने अब तक 3.29 लाख टन खाद का उठाव किया है, जो मांग का 38 प्रतिशत है। 

उर्वरक परिवहन पर रखें निगरानी 

मंत्री ने नैनो फर्टिलाईजर को बढ़ावा देने, सीमावर्ती जिलों में उर्वरक परिवहन पर निगरानी रखने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपेक्स बैंक के अधिकारियों से कहा, समितियों में भण्डारण क्षमता का आकलन कर लिया जाए। यदि भण्डारण के लिए अतिरिक्त गोदाम की आवश्यकता हो, तो इसका प्रस्ताव तत्काल उपलब्ध कराया जाए।