गौरव श्रीवास्तव- कांकेर। छत्तीसगढ़ में लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी है। हरिभूमि डॉट कॉम ने खबर प्रकाशित की थी कि, हार्डकोर नक्सली प्रभाकर को पुलिस ने धर दबोचा।नक्सलियों ने भी बैनर लगाकर इस बात को कन्फर्म कर दिया था जबकि, पुलिस ने इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया था। अब बस्तर आईजी ने भी गिरफ्तारी की खबर की पुष्टि कर दी है। 

पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. बस्तर रेंज, जगदलपुर ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि, बस्तर संभाग में की जा रही एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत साल 2024 में अब तक कुल 884 माओवादी कैडरों की गिरफ्तारी कर उनपर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि, प्रभाकर राव उर्फ बालमूरी नारायण राव की गिरफ्तारी बड़ी सफलता है। 

1984 से सक्रिय है प्रभाकर 

उल्लेखनीय है कि, खूंखार नक्सली नेता प्रभाकर उर्फ बालमूरी नारायण राव 1984 में संगठन से जुड़ा था और पिछले 40 सालों से काम कर रहा था। प्रभाकर की उम्र अभी 57 साल है। वह ग्राम बीरपुर, जिला जगित्याल, तेलंगाना का रहने वाला था। वह सीसीएम सचिव का चचेरा भाई भी है। उस पर छत्तीसगढ़ राज्य सहित कई अन्य राज्यों में दर्जनों अपराध दर्ज हैं। वह लॉजिस्टिक सप्लाई और लॉजिस्टिक इंचार्ज ओडिशा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के शीर्ष नक्सली लीडरों का करीबी सहयोगी रहा है। प्रभाकर पर राज्य सरकार ने 25 लाख का ईनाम घोषित किया था। 

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भेस बदलकर इलाज करवाने आया था, तभी पकड़ा गया 

बताया जा रहा है कि, प्रभाकर शिक्षक का भेस लेकर इलाज करवाने आया था लेकिन पुलिस को मुखबिर से इस बात की पक्की खबर मिल गई थी,  प्रभाकर पर 40 लाख से ज्यादा का ईनाम घोषित है। इसके पकड़े जाने से उत्तर बस्तर डिविजन में नक्सल संगठन की कमर टूट सकती है। पुलिस ने पहले ही एनकाउंटर में नक्सलियों के कई बड़े लीडर्स को ढेर कर दिया है, उसके बाद उम्रदराज नेता के पकड़े जाने से नक्सलियों की कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लग सकती है।