संजय यादव-कवर्धा। कवर्धा जिले में विपणन विभाग और राईस मिलर की मनमानी के चलते धान खरीदी बंद होने के तीन महीने बाद भी धान का उठाव नहीं हो सका है। अभी भी उपार्जन केन्द्रों में 80 हजार क्विंटल से ज्यादा धान पड़ा हुआ है। इधर बेमौसम बारिश से समिति प्रबंधकों की चिंता बढ़ गई है। सहसपुर लोहारा विकासखंड के मोहगांव में समिति प्रबंधकों ने अपने सर पर धान का बोरा ले कर प्रदर्शन किया। उन्होंने विपणन विभाग और राईस मिलर को चेतावनी दी कि यदि जल्द ही धान का उठाव नहीं हुआ तो विपणन विभाग के सामने धान का बोरा रखकर प्रदर्शन करने मजबूर होंगे। 

धान की बोरियां

विपणन विभाग और राईस मिलर पर सांठ-गांठ का आरोप 

जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष गंगा दास मानिकपुरी ने विपणन विभाग और राईस मिलर पर सांठ-गांठ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, खरीदी केन्द्रों में जहां भी धान का उठाव नहीं हुआ है वहां धान को खराब बता कर उठाव नहीं कर रहे हैं। जबकि धान की क्वालिटी में कोई कमी नहीं आई है। इसके बावजूद परसेंटज की मांग के चलते राईस मिलर दूसरे जिले के मिलरों को भी धान का उठाव करने से रोक रहे हैं। इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। कुल मिलाकर जिला विपणन और राईस मिलर सांठ-गांठ कर सारा खेल खेल रहे हैं।