आकाश पवार-पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के मरवाही वनमंडल में गुरुवार सुबह बीमार अवस्था में सफेद भालू शावक मिला। अचेत अवस्था में पड़े भालू को ग्रामीणों ने किसी तरह पानी पिलाया, जिसके बाद इसकी सूचना वनविभाग के आला अधिकारियों को दी गई। इसके बाद वन विभाग के डीएफओ ने कर्मचारियों के साथ पहुंचकर भालू का उपचार करवाया।
मिली जानकारी के अनुसार, मरवाही वनमण्डल के महोरा बीट में सड़क किनारे एक बीमार सफेद भालू शावक दिखा। वह वहां पर अचेत हालत में पड़ा हुआ था। ग्रामीणों ने उसे किसी तरह से उठाया और पानी पिलाया। इसके बाद उन्होंने वन विभाग के आला अधिकारियों को इसकी सूचना दी। फिर वन विभाग के डीएफओ ने कर्मचारियों के साथ पहुंचकर भालू का उपचार कराया। डीएफओ ने बताया कि, सफेद भालू का रेस्क्यू किया गया है और इलाज के लिए टीम बुलाई गई है। फिलहाल शावक ठीक है, उसकी पल्स रेट ठीक चल रही है। उन्होंने कहा कि, अगर इस दौरान शावक की मां आती है तो जांच के बाद भालू के शावक को जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
अवैध कटाई और उत्खनन से जंगली जानवर परेशान
वहीं पूर्व विधायक पहलवान सिंह मरावी ने वन विभाग पर अनदेखी का आरोप लगाया है। बता दें कि, मरवाही वनमण्डल में हो रही अवैध कटाई और उत्खनन से भालू इस तरह सड़क किनारे और आबादी वाले क्षेत्र की ओर पहुंच रहे हैं। जंगलो में पर्याप्त भोजन और पानी की भी व्यवस्था नहीं है, जिस वजह से जंगली जानवर शहर की तरफ रुख कर रहे हैं।