अनिल उपाध्याय-सीतापुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में जिला कलेक्टर के निर्देश के बाद स्कूल, छात्रावास में अधिकारियों का छापामारी अभियान जारी है। इसी अभियान के तहत रात आठ बजे बीइओ मिथिलेश सिंह सेंगर प्री मैट्रिक बालक छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान छात्रावास की अव्यवस्था देख अधिकारी दंग रह गए।

अधिकारियों की छापामारी के दौरान एक भृत्य मिला जबकि छात्रावास से अधीक्षक गायब थे। वहीं छात्रावास में व्याप्त अव्यवस्था से त्रस्त कई बच्चे अपने घर चले गए थे। इस वजह से 45 बच्चों में कुल 27 बच्चे ही छात्रावास में मौजूद थे वे भी इस कड़ाके की ठंड में गरम कपड़े और कंबल के अभाव में ठंड से ठिठुरते मिले। हैरानी की बात तो ये है कि, छात्रावास में कंबल होने के बाद भी बच्चों को कंबल नहीं दिया गया था। बच्चों के लिए वहाँ मौजूद सारे कंबल पेटी के अंदर बंद करके रखे गये थे।

छात्रावास का संचालन भृत्य के जिम्मे

ठंड से बेहाल बच्चों की दयनीय हालत देख बीइओ ने पेटी खुलवाकर बच्चों को कंबल वितरित कराया। पूछताछ में बच्चों ने बताया कि, उन्हें एक दिन गैप करके नाश्ता दिया जाता है। नाश्ते में दिया जाने वाला पोहा भी काफी घटिया किस्म का होता है, बच्चों को वही खाना पड़ता है। बच्चों ने बताया कि, अधीक्षक शाम को केवल दस से पंद्रह मिनट के लिए छात्रावास आते हैं। उसके बाद वे घर जाते हैं तो फिर वापस छात्रावास नहीं आते। छात्रावास का संचालन वहाँ के भृत्य के जिम्मे रहता है।

बीइओ ने छात्रावास अधीक्षक को लगाई फटकार

निरीक्षण के दौरान छात्रावास में गंदगी का आलम व्याप्त था। कमरे से लेकर किचन, बाथरूम सब तरफ गंदगी बिखरा पड़ा था। जिसे देख ऐसा लगता था जैसे महीनों से यहाँ की सफाई नहीं की गई हो। यह सब देख भन्नाए बीइओ ने फोन कर अधीक्षक को छात्रावास बुलाया। बुलाने के बाद भी काफी विलंब से पहुँचे। छात्रावास अधीक्षक को बीइओ ने जमकर फटकार लगाई। बीइओ ने इस लापरवाही के लिए अधीक्षक को आड़े हाथों लेते हुए दो दिन में व्यवस्था में सुधार करने और छात्रावास में पूरा समय रहने के निर्देश दिए हैं।