रायपुर। भगवान महावीर का जन्म जीवदया का परिचायक है। उनका जीवन तप-त्याग के संस्कारों की शिक्षा देता है। तपस्या से आत्मा पवित्र होती है। आज भगवान महावीर स्वामी के संदेश को हर घर में पहुंचाने की आवश्यकता है। भगवान महावीर का संदेश है कि, जीयो और जीने दो।
आज का दौर हिंसा का है। ऐसे वातावरण में भगवान महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव समिति के द्वारा संसार में मौजूद सभी बेजुबान जीवों के प्रति हमारे मन में करूणा का भाव हो, इस संदेश के साथ भगवान महावीर के जन्म कल्याणक महोत्सव की शुरुआत की।
हर साल होता है 15 दिवसीय भव्य आयोजन
उत्सव समिति के अध्यक्ष महावीर कोचर ने बताया कि, भगवान महावीर जन्म कल्याणक उत्सव समिति द्वारा भगवान महावीर के जन्म कल्याणक महोत्सव के अवसर पर 15 दिवसीय भव्य महोत्सव का आयोजन राजधानी रायपुर में करता आ रहा है। इस आयोजन को समाज के जिनालय, ट्रस्ट कमेटी और मंडल संघ के लोग मिलकर सफल बनाते हैं।
पशुओं को खिलाया रोटी, टोस्ट और गुड़
इसी क्रम में इस साल भी गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। जैन समाज के सभी लोग जिनकुशल जैन दादा बाड़े में इकट्ठा होकर मरीन ड्राइव और लाभांडी-जोरा आदि क्षेत्रों में पशुओं को रोटी खिलाया।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर विशेष रूप से जन्मकल्याणक महोत्सव समिति के युवा अध्यक्ष महावीर कोचर, कोषाध्यक्ष विरेंद्र डागा विकास धड़ीवाल, तनय लूनिया, श्रेणिक बोथरा, विनय गोलछा, सीए जिनेश जैन, अतुल कात्रेला, नवीन चौरड़िया, निकुंज साचला, सुशील दुग्गड के साथ नियति धाड़ीवाल, खेमराज डागा, मीठी चौरड़िया, यश कात्रेला, परी चौरड़िया, मास्टर नमो कोचर और महिला मंडल से श्रद्धा कोचर, पूजा चौरड़िया, हेमलता दुग्गड़ मुख्य रुप से मौजूद रहे।