तुलसी राम जायसवाल-भाटापारा। भाटापारा एसडीएम कार्यालय परिसर में एक अनोखी और मनोरंजक घटना ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। क्षेत्र में विचरण करने वाले बंदरों का झुंड, एसडीएम साहब की सरकारी गाड़ी और कार्यालय परिसर में उछल-कूद करता नजर आया। बंदरों की यह हरकतें फरियाद लेकर आए लोगों के लिए मनोरंजन का कारण बनीं।
वनों से शहर तक बंदरों का सफर
बंदरों की टोली का कहना मानो यही हो कि हम वनराज के वंशज हैं। हमारी असली संपत्ति जंगलों में है, लेकिन एसडीएम साहब की गाड़ी और कार्यालय परिसर में जो सुकून है, वह शहर के शोर-शराबे में नहीं। शायद इसी सोच के साथ उन्होंने न केवल गाड़ी पर उछल-कूद की, बल्कि आसपास लगे पेड़ों पर झूलते हुए भी खूब मस्ती की।
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एसडीएम कार्यालय में अनोखा नजारा
लोगों का कहना है कि भाटापारा ब्लॉक के एसडीएम साहब को शहर का बड़ा अधिकारी माना जाता है। उनके कार्यालय को विकास की पहली सीढ़ी समझा जाता है, लेकिन बंदरों के लिए यह सब बराबर है। बिना किसी रोक-टोक के, बंदर न सिर्फ गाड़ी पर चढ़कर मस्ती कर रहे थे, बल्कि आने-जाने वालों को भी खूब गुदगुदा रहे थे।