गणेश मिश्रा- बीजापुर। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद सुरक्षाबल लगातार नक्सलियों पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। नक्सल मोर्चे की बात करें तो पिछले 4-5 महीनों में हुए मुठभेड़ में नक्सलियों को मुंह की खानी पड़ी है। नतीजन तकरीबन डेढ़ सौ से ज्यादा नक्सली मारे गए तो वहीं संगठन को हो रहे नुकसान को देखते हुए कई नक्सली अब सीधे तौर पर पुलिस अफसर के संपर्क में हैं और आत्मसमर्पण का प्रयास कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर बीजापुर पुलिस ने भी नक्सलियों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने और उन्हें समर्पण के लिए प्रेरित करने के लिए एक शॉर्ट फिल्म बनाई है। फिल्म में नक्सलियों की करतूतों को तो दिखाया ही गया है वहीं भाई-बहन के किरदार के जरिए ग्रामीणों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को भी दर्शाया गया है। इसके अलावा यह भी दर्शाया गया है कि, मुठभेड़ के बाद क्या होता है और कैसे आत्मसमर्पण के बाद जीवन को संवारा जा सकता है।
नक्सलियों के नाम सीधा संदेश
शॉर्ट फिल्म के अंत में बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने नक्सलियों के नाम एक संदेश भी जारी किया है जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा है कि, अगर वह आत्मसमर्पण कर विकास की मुख्य धारा से जुड़ना चाहते हैं तो वह किसी के भी माध्यम से पुलिस अफसरों से संपर्क कर आत्मसमर्पण कर सकते हैं।