एनिशपुरी गोस्वामी- मोहला। नक्सलियों के लिए फंडिंग के बड़े मामले का मानपुर पुलिस द्वारा खुलासे के बाद भाजपाइयों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मानपुर निवासी तथाकथित व्यापारी विवेक सिंह के टेरर फंडिंग मे संलिप्त पाये जाने पर भाजपा नेता राजू टांडिया ने NIA की जांच में इसे भी शामिल करने की मांग की है। राजू टांडिया ने कहा कि, नक्सली फंडिंग भाजपा नेताओं को मारने, डराने और चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी के लिए उपयोग किया गया है। 

भाजपा नेता श्री टांडिया ने कहा कि, गिरफ्तार आरोपी का कांग्रेस पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री का करीबी होना, उनके पिता के सलाहकार के रूप में कार्य करना यह प्रमाणित करता है कि, कांग्रेस टेरर फंडिंग के माध्यम से चुनाव जीतना चाहती थी। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के राजनांदगांव लोकसभा से चुनाव लड़ने के पीछे एक कारण यह भी होने का आरोप लगाते हुए राजू टांडिया का कहना है कि, मानपुर- मोहला में लोकसभा चुनाव के दौरान इसी टेरर फंडिंग के पैसे का उपयोग वनांचल में हुआ है। हर गांव में पैसे के साथ- साथ बंदूक के बल पर आम जनता को डराया गया है।

मां दुर्गा पर की थी अभद्र टिप्पणी

उन्होंने कहा कि, कुछ वर्षों से मानपुर क्षेत्र में नक्सल घटानाओं में तेजी थी। जो सरकार बदलते ही भाजपा की इच्छाशक्ति के कारण आज बैकफुट पर दिखाई दे रहे हैं। गिरफ्तार विवेक सिंह के विरूद्ध 2017 में JNU से प्रेरित होकर मां दुर्गा के विरूद्ध अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगा था। इसके बाद लगातार इस क्षेत्र में उग्रवाद के मामलों में इनकी सक्रियता देखी जाती रही है।

भाजपा नेता राजू टांडिया 

समाजसेवा के नाम पर भोले-भाले आदिवासियों को लूटा : टांडिया 

श्री टांडिया ने कहा है कि, ये खुद को ग्रामीणों का हितैषी बताते हैं, लेकिन इनका मकसद केवल भोले- भाले आदिवासियों का शोषण करना है। आज क्षेत्र में यह परिवार एक बडे़ व्यापारी की भूमिका में है। व्यापार करना कोई बुरा काम नहीं है, लेकिन समाज सेवी बनकर उनको समाज हित और विकास के नाम पर ग्राहक बनाना अनुचित है। ऐसे समय में इस गिरफ्तारी से कांग्रेस पार्टी पर सवाल उठता है कि, ऐसे नक्सल संबध रखने वाले आपके बड़े नेताओं के करीबी कैसे थे? और यह रिश्ता क्या कहलाता है?