देवेश साहू-बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा के बाद सोमवार को भाजपा की 5 सदस्यीय जांच समिति अमरगुफा (गिरौदपुरी) पहुंची। जहां मुआयना करने के बाद पुजारी से इस पूरे मामले की जानकारी ली। इसके बाद बलौदाबाजार जाकर प्रदर्शन स्थल दशहरा मैदान का निरीक्षण किया और एसपी- कलेक्ट्रेट कार्यालय का जायजा लिया। साथ ही जांच टीम कई विभागीय अधिकारियों से बातचीत करेंगे। 

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मंत्री दयाल दास बघेल ने बताया कि, अभी हम अमरगुफा में पहुंचे हैं और यहां दो जयस्तंभ नया गड़ाया गया है। वर्तमान पुजारी ने बताया कि, राजगुरु के परिवार वाले आके 20 तारीख को पाल गड़ायेगे। यह समाज को बदनाम करने के लिए एक बहुत बड़ी साजिश है और इसमें उपद्रवी तत्वों का हाथ है। हम डिटेल जांच कर लेंगे तो स्पष्ट रूप से सभी को बताएंगे। कांग्रेस के बयान पर उन्होंने कहा कि, मेन मुद्दा कांग्रेसियों का है समाज को बदनाम करने के लिए उनका षड्यंत्र है। 15 हजार लोगों के भोजन की व्यवस्था, गाड़ी की व्यवस्था और मंच पर कौन बैठा है ये दिखाई दे रहा है। भिलाई विधायक देवेंद्र यादव क्या सतनामी हैं और उसके साथ कौन- कौन है। यह भी हम दिखाएंगे। समाज के साथ बैठकर हम चर्चा करेंगे। 

एसपी और कलेक्ट्रेट में लगाई गई थी आग 

उल्लेखनीय है कि, 10 जून को प्रदर्शन के दौरान बलौदाबाजार जिला मुख्यालय के कलेक्टोरेट, एसपी बिल्डिंग में आगजनी की घटना में एसपी कार्यालय के ज्यादातर दस्तावेज आग की भेंट चढ़ गए। इसमें 12 साल पुराने रोजनामचा के साथ बदमाशों की क्राइम हिस्ट्री संबंधित दस्तावेज के साथ पुलिस सेटअप के  रिकॉर्ड शामिल हैं। बलौदाबाजार पुलिस के मुताबिक आगजनी की घटना में एसपी कार्यालय के ज्यादातर हिस्से में आग लग गई थी। आगजनी की घटना में सबसे ज्यादा नुकसान  रिकॉर्ड रूम का हुआ है। रिकार्ड रूम में रखे सात थाना क्षेत्र के साथ चार पुलिस चौकी के रोजनामचा 90 प्रतिशत तक जल गए हैं। पुलिस के अनुसार आगजनी की घटना में एसपी कार्यालय में रखे अपराधियों के सारे रिकॉर्ड आग से जलकर खाक हो गए हैं।

जांच में पता चला... इन दफ्तरों में आग की लपटें 

बलौदाबाजार पुलिस के मुताबिक आगजनी की घटना में एसपी कार्यालय के रीडर रूम के साथ डीएसबी, डीआरबी शाखा, स्टेनो रूम तथा ओएम शाखा में रखे दस्तावेज आग से जलकर खाक हो गए। इसके साथ स्टेनो, रीडर रूम में रखे कंप्यूटर जलकर राख हो गए।

बुझाने के दौरान ज्यादातर दस्तावेज खराब

पुलिस के अनुसार, आग की चपेट में आने से जो दस्तावेज जले हैं, उनमें से जितने दस्तावेज आग से जले हैं, उतने ही दस्तावेज आग बुझाने के दौरान पानी से खराब हुए हैं। पुलिस के अनुसार जो दस्तावेज नहीं जले हैं, केवल पानी से भीगे हैं उन दस्तावेजों की छंटनी की जा रही है। छंटनी के बाद जो दस्तावेज खराब नहीं हुए हैं, उन्हें रखा जाएगा। इसके साथ ही जले हुए कम्प्यूटर के हार्ड डिस्क की
पड़ताल की जा रही है।

यहां से रिकवर हो सकते है दस्तावेज 

गौरतलब है कि, थानों में जो एफआईआर दर्ज होती है या किसी अन्य तरह से रिकॉर्ड  तैयार किए जाते हैं, उसकी एक कॉपी थाना में रखने के साथ एसपी कार्यालय तथा आईजी कार्यालय भेजी जाती है। आग तथा पानी की चपेट में आकर जो दस्तावेज जले तथा खराब हुए हैं, उन दस्तावेज तथा रिकॉर्ड को संबधित थानों से रिकवर करने के साथ आईजी कार्यलय से संपर्क किया जाएगा।