रायपुर। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शाला प्रबंधन एवं विकास समिति में बड़ा बदलाव किया गया है। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत संचालित हाईस्कूलों के शाला प्रबंध एवं विकास समिति के अध्यक्ष एवं मनोनित सदस्यों को तत्काल प्रभाव से पृथक कर दिया गया है। स्कूलों के प्राचार्य प्रभारी अध्यक्ष होंगे। जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य शासन द्वारा हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष एवं मनोनीत सदस्यों को तत्काल प्रभाव से पृथक कर दिया है। इन शालाओं में पदस्थ प्राचार्यों को अस्थायी रूप से प्रभारी अध्यक्ष मनोनीत किया है। राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा यह आदेश जारी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि, शासन द्वारा राष्ट्रीय शासकीय मिशन के अंतर्गत संचालित हाई स्कूलों में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति का गठन 31 मार्च 2012 को किया गया था। इसके बाद से समिति के लिए अध्यक्ष व सदस्य का मनोनयन करने सहित कई अन्य प्रक्रियाएं पूर्ण की जा रही हैं। सामान्यतः विकास समिति के अध्यक्ष का चुनाव समाज के गणमान्य व्यक्तियों में से ही किया जाता रहा है।
तैयार करते हैं योजनाएं
शाला प्रबंधन एवं विकास समिति द्वारा कई तरह की योजनाएं स्कूल के लिए तैयार की जाती हैं। इसमें अध्यक्ष तथा अन्य सदस्यों की सर्वसम्मति से अंतिम निर्णय होता है। शाला में होने वाले विकास व निर्माण कार्य सहित छात्रों के लिए कई तरह की रूपरेखा भी समिति द्वारा बनाई जाती है। शाला विकास के लिए मिले फंड के इस्तेमाल का निर्धारण भी समिति सदस्यों द्वारा किया जाता है।