एनिश पुरी गोस्वामी- मोहला। छत्तीसगढ़ के मोहला में शिक्षक शिक्षिकाओं  का अटैचमेंट से जिले के दर्जनों स्कूल एकल विद्यालय में परिवर्तित हो गए हैं। जहां पढ़ाई पूरी तरीके से ठप्प पड़ी हुई है। प्रधान पाठकों को बता दिया गया है कि, अतिशेष, व्याख्याताओ का मैचुअल अटैचमेंट, अंतर विकासखंड संलग्नीकरण, अध्यापन व्यवस्था के नाम पर स्कूल का जॉइनिंग कहीं और दिया गया है। 

मोहल, मानपुर- अंबागढ़, चौकी जिले में छात्र हित के नाम पर शिक्षा विभाग के अफसरों ने अपनी तिजोरी भर ली। सरकारी नियमों के खिलाफ जाकर जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश पर लगभग 140 सहायक शिक्षक शिक्षिकाओं का अटैचमेंट से जिले के दर्जनों स्कूल एकल विद्यालय में परिवर्तित हो गए हैं। जहां पढ़ाई पूरी तरीके से ठप्प पड़ी हुई है। हरिभूमि में प्रकाशन होने के बाद कलेक्टर एस जयवर्धन ने संलग्नीकरण के नाम पर बोगस प्रस्ताव देने वाले तीनों विकास खंड के विकासखंड शिक्षा अधिकारियों से जवाब मांगा है।

142 शिक्षक किये गए इधर- उधर 

दरसअल, हाल ही में पदस्थ हुए जिला शिक्षा अधिकारी फत्तेलाल कोसरिया और तीनों विकासखंड के विकासखंड शिक्षा अधिकारियों के कमाऊ नीति के चलते अंधेर गर्दी चौपट राजा के तर्ज पर लगभग 142 सहायक शिक्षक एलबी, सहायक शिक्षक विज्ञान, प्रधान पाठक, व्याख्याता, शिक्षक एलबी  का व्यवस्था के नाम पर अलग-अलग तारीखों में गुपचुप अटैचमेंट कर दिया गया है। जिले में अध्यनरत आदिवासी अनुसूचित जनजाति पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाले छात्र-छात्राओं का भविष्य गर्त में डालने के इस गंभीर मामले में नियमों के खिलाफ जाकर प्रधान पाठको को जहां अतिशेष बता दिया गया है। वहीं व्याख्याताओं का म्युचुअल संलग्नीकरण, अंतर विकासखंड अटैचमेंट करने के साथ साथ अध्यापन व्यवस्था के नाम पर आदेश किसी और स्कूल का हुआ है और जॉइनिंग कहीं और कराया गया है।

नियमानुसार नहीं किया गया काम 

गौरतलब है कि, मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले में स्थापित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय अपने कमाऊं नीति, नियमों के खिलाफ जाकर बोगस निर्देश पारित करने के साथ-साथ यहां अध्यनरत छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खेलने के लिए प्रख्यात हो गया है। 12 जून और 14 जून, 25 जून को पृथक- पृथक तौर पर तीनों विकासखंड के बीईओ के प्रस्ताव पर जिला शिक्षा अधिकारी के कलम से प्रधान पाठक, व्याख्याताओं को अतिशेष बताकर अध्यापन व्यवस्था के नाम पर अटैच कर दिया गया है। जबकि प्रधान पाठक अतिशेष हो ही नहीं सकते वही व्याख्याता का अटैचमेंट करने का पावर जिला शिक्षा अधिकारी के पास नहीं है।

अटेचमेंट के लिए पैसों के खेल की चर्चा

छात्र हित के नाम पर तिजोरी भरने का काम-मामले को लेकर जो खबरें सामने आ रही है। उसके मुताबिक अटैचमेंट का व्यापार कर रहे है। शिक्षा विभाग के खिलाफ गंभीर लेनदेन करने का चर्चा है। विभाग के तानाशाही व्यवस्था के बीच मनचाहे जगह पर अटैचमेंट के लिए शिक्षक शिक्षिकाओ से लंबा रकम लेने की खबर है। मामला उजागर होने के बाद अधिकारी इसे छात्र हित में अध्यापन व्यवस्था करने की बात कह रहे हैं। व्याख्याताओ का मैचुअल अटैचमेंट-अपने अधिकारों का हनन करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी फतेलाल कोसरिया ने प्रधान पाठकों को अतिशेष बताकर उन्हें अनियंत्र अटैच कर दिए हैं वहीं हाई स्कूल वासडी में पदस्थ व्याख्याता संस्कृत विजय लहरे को पाटनख्वास पाटन ख्वास में पदस्थ व्याख्याता संस्कृत को वासडी हाई स्कूल म्युचुअल अटैचमेंट कर दिये है। जबकि व्याख्याताओ को अटैच करने का पावर जिला शिक्षा अधिकारी पास नहीं है। 

 दर्जनों स्कूलो में पढ़ाई ठप्प

मूल पदस्थापना से किए गए बाहर-पृथक पृथक तौर पर शिक्षा विभाग द्वारा किए गए अटैचमेंट के आदेश लिस्ट में बेहद खामियां हैं। आदेश के तहत जो शिक्षक शिक्षिकाएं अतिशेष नहीं है। उन्हें व्यवस्था के नाम पर  किसी और स्कूल मे सरलाग्निकरण और जॉइनिंग किसी और स्कूल में कराया गया है। अटैचमेंट से स्कूलों में पढ़ाई ठप्प- मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के शासकीय स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। इस बीच बड़े पैमाने पर लेनदेन कर शिक्षक शिक्षिकाओं को उनके मनचाहे  जगहो पर सकुल से बाहर अंतर ब्लॉक अटैचमेंट करने से मोहला, मानपुर, अंबागढ़ चौकी विकासखंड के दर्जनों स्कूलो में पढ़ाई ठप्प पड़ा हुआ है। इस दिशा में विभाग कुछ नहीं कर पा रहा है। पूरे प्रदेश में अटैचमेंट का यह बेहद बड़ा मामला है जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अपने पावर का दुरुपयोग करते हुए पैसों के लिए इस जिले के स्कूलों में अध्यनरत छात्राओं को अंधेरे में धकेल दिया है।