रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि जलजीवन मिशन योजना ही नहीं सेवा का संकल्प भी है। इसमें कोताही लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा के बाद छह ईई को निलंबित और अधिकारियों को  नोटिस जारी कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि हरिभूमि-आईएनएच ने छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन की जमीनी हकीकत को हरिभूमि डॉट कॉम  में प्रकाशित और आईएनएच में प्रसारित किया था। खुलासा हुआ था कि मिशन में कार्यपूर्ण होने के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। हर घर स्वच्छ जल पहुंचाने के मकसद से शुरू की गई जल जीवन मिशन योजना की पूरे प्रदेश में हालत खराब है। 

ग्रामीण बस्तियों, पंचायत भवनों, अस्पतालों और आंगनबाड़ी केंद्रों तक साफ पानी पहुंचाने और जल संरक्षण करने की योजना  लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और ठेकेदारों की लापरवाही से तार-तार हो गई है। जगह-जगह टंकियां अधूरी हैं और जहां टंकियां बनी हैं, वहां पंप नहीं लगे हैं। अनेक बस्तियों में लगे नल पोस्ट तक पानी नहीं पहुंचा है। 2024 में यह योजना पूरी होनी थी। छत्तीसगढ़ में योजना के 80 फीसदी कार्य पूर्ण होने का - दावा किया जा रहा है लेकिन हकीकत इससे काफी अलग पाई गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा के दौरान लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश के बाद शुक्रवार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने छह कार्यपालन अभियंताओं को निलंबित कर दिया है। साथ ही चार जिलों के कार्यपालन अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उप मुख्यमंत्री तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद विभाग ने बड़ी कार्रवाई की।

डिप्टी सीएम ने भी जताई थी नाराजगी 

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भी मिशन के कार्यों पर नाखुशी जाहिर करते हुए अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा गांवों में शत-प्रतिशत घरों में नल से पानी पहुंचाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाह और त्रुटिपूर्ण रिपोर्टिंग करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ये अधिकारी हुए निलंबित इन्हें मिला नोटिस

राज्य शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही बरतने और त्रुटिपूर्ण रिपोर्टिंग किए जाने को गंभीर लापरवाही और अनुशासनहीनता मानते हुए जगदलपुर के कार्यपालन अभियंता जगदीश कुमार, बिलासपुर के कार्यपालन अभियंता यूके राठिया, बैकुंठपुर के कार्यपालन अभियंता चंद्रबदन सिंह, बेमेतरा के कार्यपालन अभियंता आरके धनंजय, अंबिकापुर के कार्यपालन अभियंता एसपी मंडावी और सुकमा के कार्यपालन अभियंता जेएल महला को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं दुर्ग के कार्यपालन अभियंता उत्कर्ष पाण्डेय, बालोद के कार्यपालन अभियंता सुकांत साहू, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के कार्यपालन अभियंता एसएस पैकरा तथा सारंगढ़- बिलाईगढ़ के कार्यपालन अभियंता कमल कंवर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।