नौशाद अहमद/सूरजपुर- छत्तीसगढ़ के सूरजपुर एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के अमेरा और आमगांव में कोयले की खदान में कोयला चोरी रुकने का नाम नही ले रहा है। जिससे सरकार को रोजाना लाखों का नुकसान हो रहा है। खदानों में पूरे गांव के लोग कोयला चोरी करने जाते हैं। चोरी करने वालों में पुरूष-महिला और बच्चे भी शामिल हैं। 

तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है यह लोग मजदूर नहीं है। बल्कि खदान के आस-पास के ग्रमीण है, जो रोज बड़ी संख्या में कोयला चोरी करते हैं। जबकि एसईसीएल प्रबंधन को इस बारे में जानकारी है। लेकिन अभी तक इसे रोकने के लिए बड़ी कार्यवाही नहीं की गई है। 

बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है

यह लोग खुलेआम सैकड़ों की संख्या में कोयले की चोरी करते नजर आते हैं। इन लोगों पुलिस और प्रशासन ध्यान तक नहीं देता, जिसकी वजह से कोल इंडिया को हर रोज लाखों रुपए का नुकसान होता है और राजस्व का राज्य सरकार को बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। इसकी रोकथाम के लिए आखिर एसईसीएल प्रबंधन सहित शासन क्यों चुप्पी साधे हुआ है। जबकि यह ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में रोज कई लाख मूल्य की कोयले की हेरा फेरी करते हैं।

अधिकारी कुछ भी कहने से कतराते हैं 

इस संबंध में एसईसीएल का कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने से कतराता हुआ नजर आता है। जबकि काले हीरे का खेल यह कोई नई बात नहीं है। इस प्रकार का माजरा हर रोज देखने को मिल जाता है। अगर श्रमिक नेता की बात करें तो कंपनी की उत्पादन का 20% का हिस्सा इन लोगों के द्वारा चोरी किया जाता है। साथ ही मना करने पर कर्मचारी अधिकारियों के साथ मारपीट करते हैं। वहीं विधायक भूलन सिंह ने कहा कि, मुझे भी कोयला चोरी होने की जानकारी मिली है। मैंने एसीसीएल के अधिकारियों और प्रशासन को रोक लगाने के साथ कार्यवाही करने को कहा है।