आशीष गुप्ता- बतौली- सेदम। छत्तीसगढ़ के बतौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी में तैनात पांच डॉक्टर नदारद मिले। जिसके कारण डॉक्टरों के अभाव में बिना इलाज के मरीजों को वापस घर जाना पड़ा। वहीं गुस्साए मरीजों ने अस्पताल के हाल को दिखाने के लिए फोटो को वायरल कर दिया। इस मामले की शिकायत एसडीएम के पास भी की गई है। 

सरगुजा के बतौली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही मरीजों पर भारी पड़ रही है। मंगलवार को ओपीडी में तैनात पांच डॉक्टर गायब नज़र आए। जिसके कारण मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिला। वहीं नाराज परिजन मरीजों को लेकर घर वापस लौट गए। ओपीडी में पांच डॉक्टर अर्चना मिश्रा, उमंग बोथरा, डॉक्टर हेमंत गुप्ता, डॉक्टर संतोष टोप्पो,नैन सिंह और आपातकालीन स्थिति के लिए डॉक्टर गणेश बेक की ड्यूटी लगाई गई थी। लेकिन बड़ी विडंबना की बात है कि पांचों डॉक्टरों की ड्यूटी रहने के बाद भी कोई भी समय पर नहीं पहुंचा।

अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही मरीजों पर भारी

इलाज कराने के लिए आए मरीजों ने घंटों तक डॉक्टरों का इंतजार किया। इसके बाद भी जब डॉक्टर नहीं पहुंचे तो मरीजों को वापस लौटना पड़ा। सवाल यह है की एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी में तैनात पांचों डॉक्टर एक साथ कैसे गायब हो गए। डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ा। ग्रामीण इस मामले का शिकायत नहीं करते तो शायद आरएमओ भारत पटेल भी नहीं पहुंचते। 

इलाज के लिए मरीज हुए परेशान

इसे भी पढ़ें...स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल : घंटों इंतजार के बाद भी नहीं आए डॉक्टर

आरएमओ की लगाई गई ड्यूटी

पूरा मामला जब मुख्य चिकत्सा अधिकारी के पास पहुंचा तो अस्पताल प्रबंधन ने प्रभारी आरएमओ भारत पटेल की ड्यूटी लगा दी। लेकिन सवाल यह है की इतने बड़े सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पांच डॉक्टरों की अनुपस्थिति में एक आरएमओ का ड्यूटी लगाना कितना उचित है, जो जिला अधिकारियों के लिए गंभीर विषय बन गया है। वहीं अचानक आरएमओ की ड्यूटी लगाए जाने के कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से मरीजों को इलाज कराए बिना ही वापस लौटना पड़ा।  

जांच के बाद होगी कारवाई 

इस पूरे मामले में एसडीएम रवि राही ने कहा कि, लापरवाही के लिए सीएचएमओ को निर्देशित कर दिया गया है। जांच के बाद ही आगे की कारवाई की जाएगी। वहीं मामले में मुख्य चिकत्सा स्वास्थ अधिकारी प्रेम सिंह मार्को ड्यूटी में तैनात नदारत डॉक्टरों के बचाव करते दिखे। उन्होंने कहा कि,ओपीडी के लिए तत्काल बीएमओ को डॉक्टर की ड्यूटी लगाने के बात कही गई थी। जिससे मरीजों को स्वास्थ सुविधा का लाभ मिल सके।