पंकज भदौरिया- दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल में सिविल सर्जन के फर्जी चेक से 66 लाख 75 हजार 850 रुपये आहरण कर लिए गए थे। इस मामले में अब जिला अस्पताल के सिविल सर्जन कार्यालय के बाबू और अन्य पर नामजद FIR दर्ज की गयी है। इस मामले में सभी वेंडरों से पूछताछ शुरू की जा रही है। अब पुलिसिया कार्यवाही में अन्य आरोपियों की तलाश में दंतेवाड़ा पुलिस और अस्पताल प्रबंधन ने जांच की दिशा बढ़ा रही है। 

जिला अस्पताल, दंतेवाड़ा 

चेक से पैसा कैश करने वाले फर्म सरताज ग्लास दुकान 15.52 लाख रुपये, सौरभ ट्रेडर्स 17लाख रुपये, एम ब्रदर्स, आयुष इलेक्ट्रिकल्स को 2-2 लाख के तीन चेक के साथ कुछ व्यक्तिगत खातों में पैसा ट्रांसफर बैंक डिटेल पर दिखा रहा है। इन सभी वेंडरों से पूछताछ शुरू की जा रही है। जिसके लिये सिविल सर्जन ने नोटिस भी जारी किया है। इन फर्मों की भूमिका इसलिए सन्देह के दायरे में है। क्योंकि, फर्म के वेंडरों के  नाम से  सीधे चेक काटे गये हैं। जिन चेक पर जारी रकम फर्म के वेंडरों ने बैंक से आहरण किये गए हैं। जानकारी के मुताबिक, फर्म के वेंडरों ने साठगांठ कर जीएसटी की रकम 18% काटते हुये इन रुपयों की बंदरबांट की है।  

दुकानदारों को जारी की जाएगी नोटिस- अस्पताल अधीक्षक
अस्पताल अधीक्षक रामलाल गंगेश ने बताया कि, किसी भी फर्म का कोई जीएसटी बिल हमारे पास मौजूद नही है, न तो इनमें से किसी भी फर्म को कोटेशन या टेंडर वर्क पर हमारे यहां से काम दिया गया है। इन सभी दुकानदारों को नोटिस जारी कर पूछा जायेगा।  

सभी से की जाएगी पूछताछ- टीआई 
दूसरी तरफ दंतेवाड़ा थाना प्रभारी विजय पटेल ने भी बताया कि, सबसे अहम कड़ी पूर्व कैशियर के साथ वे सभी वेंडर है। जिनके खाते में सरकारी रकम ट्रांजेक्शन हुई है। एक-एक से पूछताछ कर जांच आगे बढ़ाई जाएगी। साथ ही इस मामले में जो- जो संलिप्त जांच के दायरे में आयेंगे उन्हें सह अभियुक्त बनाया जाएगा।