रविकांत सिंह राजपूत -कोरिया। प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। एक तरफ तो बैकुंठपुर जिला अस्पताल में कॉकरोच से मरीज परेशान हैं। तो सोनहत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नवजात की मौत के बाद परिजनों को शव वाहन नहीं मिला। वहीं स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के गृह जिले के जनकपुर में अस्पताल अंधेरे में संचालित हो रहा है। 
  
दरअसल, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल खड़गवां से हैं। मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर उनका गृह जिला है लेकिन उनके ही इलाके के अस्पताल में अव्यवस्थाएं हैं। यहां पर अस्पताल अंधेरे में संचालित हो रहा है। लाइट न होने के कारण मरीज और उनके परिजन अस्पताल के गेट के बाहर सोने के लिए मजबूर हैं। ऐसा नहीं है कि, यहां पर जनरेटर नहीं है लेकिन जनरेटर में डीजल नहीं होने के कारण अस्पताल में अंधेरा पसरा हुआ है। मरीजों के परिजनों का अस्पताल के बाहर सोने का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। 

जिला अस्पताल में कॉकरोचों का आतंक

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के इलाके के जिला अस्पताल में इन दिनों कॉकरोचों के आतंक से मरीज परेशान हैं। जिला अस्पताल के मेल वार्डों में कॉकरोच का आतंक देखने को मिला है। गंदगी से पनपे ये कॉकरोच मरीज के बिस्तर, टेबल और मरीजों के शरीर मे चढ़ कर घूम रहे हैं। एक भय का माहौल पैदा कर रखे हैं। इस मामले पर अधिकारी का कहना है कि, कॉकरोचों से कोई खतरा नहीं है। मरीजों के स्वास्थ्य पर बाकी कोई प्रभाव नही डाल पाएगा। 

साफ सफाई की भी लचर व्यवस्था

कोरिया जिले का बैकुंठपुर अस्पताल अक्सर साफ सफाई और अन्य मामलों पर हमेशा सुर्खिया बटोरता रहा है। मौजूदा हालातों में मेल वार्ड में भर्ती मरीज और उनके परिजन इन दिनों कॉकरोच के भारी भरकम तादात से परेशान है। और अस्पताल प्रबंधक है कि उनका इस ओर ध्यान नहीं है। मरीज के परिजन ने बताया कि, वे 4 दिनों से अपने दादा को लेकर एडमिड है। पूरे मेल वार्ड में कॉकरोचों का कब्जा है। बेड, बिस्तर, टेबल,फर्स पर चलते हुए नजर आते हैं। इतने ही नही खाने पीने के रखे समान पर भी कब्जा जमाते हैं। मजबूरी में खाने से अलग कर खाना पड़ता है। साफ सफाई की भी लचर व्यवस्था है जिसे मरीजों ने खुद बया करते हुए कहा कि बाथरूम की साफ सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है।