श्यामकिशोर शर्मा- नवापारा-राजिम। अंचल में आबादी एवं अन्य सभी दृष्टिकोण से समृद्ध नवापारा नगर अब तक ब्लॉक मुख्यालय के हक से वंचित है। आस-पास के क्षेत्रों में व्यवसाय, क्षेत्रफल, आबादी की दृष्टिकोण से नवापारा नगर सबसे बड़ा नगर है। कई सालों से नगर पालिका का दर्जा प्राप्त है, किंतु अब तक ब्लॉक मुख्यालय का दर्जा नहीं मिलना यहां की जनता के साथ भेदभाव को दर्शाता है।

उल्लेखनीय है कि, आस पास के छोटे-छोटे कस्बे जो आबादी एवं क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से नवापारा से एक चौथाई भी नहीं हैं वहां कई वर्षों से ब्लॉक मुख्यालय घोषित है। ऐसा नहीं है कि, यहां की जनता ने इसकी मांग नहीं की, बल्कि समय- समय पर मांग के बाद केवल इसी इंतजार में रहे की जल्द से जल्द नवापारा ब्लॉक बनेगा जिससे ब्लॉक स्तर पर मिलने वाली सारी सुविधाएं मिलेंगी। आज भी नवापारा को अभनपुर पर निर्भर रहना पड़ता है। समस्त ब्लॉक लेबल के शासकीय कार्य के लिए बार बार अभनपुर के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

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जनप्रतिनिधियों को दिखानी होगी इच्छाशक्ति

अगर नवापारा को विकासखंड का दर्जा मिलता है तो नवापारा एवं आस पास क्षेत्र पोंड, चंपारण, हसदा, पिपरौद भी नवापारा विकासखंड का हिस्सा होंगे l परिणाम स्वरूप शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य विभागों में ब्लॉक स्तर के अधिकारी उपलब्ध होने से सुविधा में इजाफा होगा एवं व्यवस्था में कसावट आयेगी। लोगो को छोटे- छोटे काम के लिए अभनपुर के चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। आवश्यकता है जनप्रतिनिधि अपनी राजनैतिक इच्छा शक्ति से नवापारा को ब्लॉक का दर्जा दिलाए जिससे नवापारा नगर की विकाश की गति और तेज हो