नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिला अस्पताल से महिला डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। आरोप है कि, आम आदमी पार्टी के नेता सुरजीत ठाकुर ने अस्पताल में घुसकर डॉक्टर दीक्षा बघेल के साथ दुर्व्यवहार किया। इसके अलावा अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर निलंबित कराने या ट्रांसफर कराने की भी धमकी दी। 

मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात 10 बजे डॉ. दीक्षा बघेल इमरजेंसी ड्यूटी पर थी। इस दौरान उन्हें आईसीयू से एक गंभीर सिर में चोट (हेड इंजरी) और एक हाइपोवोलमिक शॉक से पीड़ित मरीज के इलाज के लिए बुलाया गया। इसी बीच आम आदमी पार्टी के नेता सुरजीत ठाकुर अपने बच्चे को दस्त की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे। चूंकि बच्चे की हालत सामान्य थी, इसलिए चिकित्सकीय प्राथमिकता के अनुसार उन्हें कुछ देर इंतजार करने के लिए कहा गया।

डॉक्टर पर भड़के आप के नेता 

इसपर सुरजीत ठाकुर अचानक आग-बबूला हो गए और बिना अनुमति के आईसीयू के प्रतिबंधित क्षेत्र में जबरन घुस गए। उन्होंने डॉ. दीक्षा बघेल को अपशब्द कहते हुए तुरंत अपने बच्चे का इलाज करने के लिए मजबूर किया और गंभीर मरीजों को छोड़ने का दबाव बनाया।

अस्पताल में हंगामा, पुलिस के सामने दी धमकियाँ

आईसीयू से लेकर अस्पताल के गलियारे, पुलिस हेल्प डेस्क और कैजुअल्टी वार्ड तक हंगामा मचा रहा। डॉ. दीक्षा बघेल के बच्चे का इलाज करने के बावजूद, सुरजीत ठाकुर ने उन्हें धमकी दी कि, मैं अपनी ताकत से तुम्हें ट्रांसफर करवा दूंगा, अस्पताल में काम नहीं करने दूंगा, मंत्री के एक फोन से निलंबित करवा दूंगा। उन्होंने अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. विनोद भोयर और डॉ. सूर्यकांत रंगारी के सामने भी डॉक्टर के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।

डॉक्टरों में असुरक्षा की भावना

इस घटना से डॉ. दीक्षा बघेल और सभी मेडिकल स्टाफ मानसिक रूप से बेहद आहत हैं और अब ड्यूटी पर आने में भी असहज महसूस कर रही हैं। अस्पताल के अन्य डॉक्टरों में भी असुरक्षा की भावना बढ़ गई है।

डॉक्टरों की प्रशासन से मांग

अस्पताल के सभी डॉक्टरों ने पुलिस अधीक्षक से इस मामले की गंभीरता से जांच करने और आरोपी नेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।