कुश अग्रवाल - बलौदाबाजार। हर इंसान का एक सपना होता है कि उसका अपना पक्का आशियाना हो, जहां वह अपने परिवार के साथ सुरक्षित रह सके। लेकिन कभी-कभी आर्थिक तंगी के चलते उनका यह सपना पूरा ही नहीं हो पाता। ऐसे लोगों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना वरदान साबित हो रहा है। केंद्र सरकार की मदद से छततीसगढ़ सरकार इस योजना के माध्यम से लोगों के पक्के मकान का सपना साकार कर रही है। प्रदेश सरकार की पहल से कच्चे मकानों में रहने वाले लोगों की जिंदगी बदलने लगी है।
पीएम आवास योजना के जरिए पक्का मकान पाकर बलौदाबाजार जिले के पलारी की टुकेश्वरी भी बहुत खुश हैं। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया। उसने बताया कि, मेरा पक्के घर का सपना पीएम आवास योजना के तहत पूरा हुआ है। पहले हम टूटे-फूटे कच्ची मिट्टी के घर पर रहते थे। तब बरसात में पानी टपकने से लेकर सांप-बिच्छु तक का डर रहता था।
स्वीकृति मिलने पर किश्तों में मिलता गया पैसा, मकान बनता गया
टुकेश्वरी ने बताया कि, मैंने एक साल पहले पीएम आवास योजना के लिए आवेदन किया था। प्रशासन ने मेरा आवेदन स्वीकार कर लिया। मकान बनाने के लिए चार अलग-अलग किश्तों में पैसे मिलते गए। धीरे-धीरे मेरा घर भी बनकर तैयार हो गया। अब मैं पक्के मकान में रहती हूं और हर चिंता से मुक्त हूं। अब मैं अपना सारा ध्यान बच्चों की पढ़ाई पर लगाती हूं। पक्के मकान के सपने को पूरा करने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद करती हूं।
घर मिलने के साथ ही बदल रही गांवों की तस्वीर
टुकेश्वरी जैसी ही हजारों महिलाएं हैं जिनके पक्के आवास का सपना पीएम आवास योजना से पूरा हो रहा है। पीएम आवास योजना से गरीबों को घर तो मिल ही रहा है साथ ही गांव की सूरत भी बदल रही है। गांव हो या शहर पीएम आवास योजना के तहत पक्का मकान पाकर लोग बहुत खुश हैं। लोगों का कहना है कि, पक्के मकान में रहना हमारा सपना था तो अब पूरा हो गया।
680 आवेदन मिले थे, 600 मकान बनकर तैयार
पलारी के युवा नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा ने बताया कि, अभी तक हमारे पास पीएम आवास योजना के 680 आवेदन आए थे। उनमें से 600 मकान स्वीकृत होकर बन गए हैं। बाकी मकान भी जल्द ही बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ में 18 लाख आवास बनाकर देने का मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी ने जो जनता से वादा किया था, उस वादे को पूरा करने में नगर पंचायत पलारी प्रदेश में सबसे अव्वल है।