रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार का मंत्रालय जल्द ही पेपरलेस सिस्टम से काम करना शुरू कर देगा। ई-फाइल तकनीक से मंत्रालय में सभी नोटशीट ऑनलाइन लिखी और भेजी जाएंगी, जिससे फाइल के मूवमेंट मे तेजी आएगी। मंत्रालय में कौन-सी फाईल किस स्तर पर, कितने दिनों से अटकी है, इसकी भी जानकारी तत्काल मिल सकेगी। प्रशासन स्तर पर फाइल के मूवमेंट की लगातार समीक्षा की जाएगी और सभी फाइलों के ऑनलाइन उपलब्ध होने से प्रशासन में पारदर्शिता आएगी।
अफसरों की ट्रेनिंग शुरू
मंत्रालय को पेपरलेस बनाने के लिए राज्य सरकार के सचिव स्तर के नीचे के वरिष्ठ अधिकारियों को ट्रेनिंग देने की शुरुआत मंगलवार से कर दी गई है। बताया गया है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार राज्य शासन के कार्यों में सुशासन, पारदर्शिता के लिए मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को ई- ऑफिस का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है।
तीन दिनों में अफसर-कर्मियों को देंगे प्रशिक्षण
महानदी भवन में प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंगलवार 6 अगस्त को पहले दिन मंत्रालय के विभिन्न विभागों में कार्यरत उपसचिव से लेकर सहायक ग्रेड-3 तक के अधिकारी- कर्मचारियों को ई-ऑफिस का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिवस 7 अगस्त को एडमिंस अधिकारियों का प्रशिक्षण होगा, जिसमें विशेष सचिव, संयुक्त सचिव, अवर सचिव स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी तरह से 8 अगस्त को मंत्रालय के विभिन्न विभागों के सभी भार साधक सचिवों को ई-ऑफिस का प्रशिक्षण दिया जाएगा। गौरतलब है कि 15 अगस्त से मंत्रालय में ई-ऑफिस का क्रियान्वयन चरणबद्ध तरीके से किए जाने की तैयारी है।
इस तरह होगी पेपरलेस वर्किंग
मंत्रालय के सभी विभाग को पेपरलेस करने के पीछे प्रशासन की मंशा है कि प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी और ई-फाइल तकनीक से मंत्रालय में सभी नोटशीट ऑनलाइन लिखी और भेजी जाएंगी, जिससे फाइल के मूवमेंट मे तेजी आएगी। मंत्रालय में कौन-सी फाइल किस स्तर पर कितने दिनों से रुकी है, इसकी भी जानकारी तत्काल मिल सकेगी। प्रशासन स्तर पर फाइल के मूवमेंट की सतत समीक्षा की जाएगी और सभी फाइलों के ऑनलाईन उपलब्ध होने से प्रशासन में पारदर्शिता आएगी।