रायपुर।  गरियाबंद जिला से सटे ओडिशा के रहवासियों द्वारा उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व को उजाड़ने का कार्य लगातार किया जा रहा है। जंगल उजाड़कर बेजा कब्जा करने वालों के खिलाफ वन अफसरों ने पिछले वर्ष अभियान चलाकर बेदखली की कार्रवाई की गई थी। बावजूद इसके जंगल में कब्जा करने का सिलसिला लगातार जारी है। वन विभाग के अफसरों को उदंती-सीतानदी के सघन वनक्षेत्र टांगरान नामक क्षेत्र में 70 हेक्टेयर वनक्षेत्र में 21 हजार से ज्यादा पेड़ों की कटाई कर कब्जा करने की जानकारी मिली। वन अफसर सोमवार से अभियान चलाकर बेदखली की कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।

उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर वरुण जैन के मुताबिक जंगल में कब्जा करने वालों में 23 अतिक्रमणकारी ओडिशा के हैं, जबकि दो अतिक्रमणकारी कोंडागांव तथा धमतरी के हैं। शेष पांच अतिक्रमणकारी गरियाबंद के हैं। अफसर के अनुसार मौके पर जांच करने वन अफसरों की टीम पहुंची, तो अतिक्रमणकारियों द्वारा उस क्षेत्र में 25 वर्ष से ज्यादा समय से रहने का दावा किया गया। अफसरों ने अतिक्रमणकारियों को वैध दस्तावेज दिखाने के लिए कहा, तो अतिक्रमणकारी मौके पर दस्तावेज पेश नहीं कर पाए।

सेटेलाइट इमेज से चोरी पकड़ी गई

अफसर के अनुसार जिस वनक्षेत्र में पेड़ों की कटाई कर बेजा कब्जा किया गया था, उस क्षेत्र के वर्ष 2012 की सेटेलाइट इमेज निकालकर मिलान किया गया, तब अफसरों को जंगल की कटाई कर बेजा कब्जा करने की जानकारी मिली। सेटेलाइट इमेज के माध्यम से अफसरों को 70 हेक्टेयर वनक्षेत्र में बेजा कब्जा होने की जानकारी मिली।

चुनौती देने हाईकोर्ट में याचिका

वन अफसरो ने अतिक्रमणकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया, तब अतिक्रमणकारियों ने कारण बताओ नोटिस जारी करने के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की। वन अफसरों ने अतिक्रमणकारियों की चुनौती के जवाब में कोर्ट में साक्ष्य के रूप में सेटेलाइट इमेज पेश किया। कोर्ट ने वन विभाग द्वारा पेश किए गए साक्ष्य के आधार पर अतिक्रमणकारियों की याचिका खारिज कर दी।

पांच सौ हेक्टेयर से ज्यादा अतिक्रणकारियों से मुक्त

गौरतलब है कि, वन विभाग ने सेटेलाइट इमेज के अधार पर उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में पेड़ों की कटाई कर कब्जा किए गए 514 हेक्टेयर वनभूमि अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराकर वहां पौधारोपण किया है। वन अफसरों ने सोरनामाल (189 हेक्टेयर), गोहरामाल (159 हेक्टेयर), घोरागांव (15 हेक्टेयर धमतरी जिला नगरी तहसील) तथा इचरादी (151 हेक्टेयर) वनभूमि को विभाग द्वारा पिछले वर्ष अप्रैल मई में कब्जा मुक्त कराया था।

वन अफसरों पर हमले तक किए गए

वन अफसर तथा कर्मियों द्वारा की जा रही बेदखली की कार्रवाई में नाराज अतिक्रमणकारियों ने वन अफसर तथा कर्मियों पर हमले तक किए थे। ओडिशा के अतिक्रमणकारियों ने अपने गांव से लोगों को बुलाकर वन अफसरों की गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की थी। इस बात को ध्यान में रखते हुए वन अफसर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ पहले से अंकुश लगाने की बात कह रहे हैं।