रायपुर। आज छत्तीसगढ़ में भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति की विस्तारित बैठक है। विधानसभा और लोकसभा के चुनाव के बाद यह बैठक थोड़े अंतराल पर हो रही है। इसमें प्रदेशभर के कार्यकर्ता आज राजधानी में बैठ कर पार्टी की उपलब्धियों का उत्सव मनाएंगे, रीति-नीति पर मंथन करेंगे। पिछले साल इन्हीं दिनों हमारे सभी कार्यकर्तागण पूरे प्रदेश में घूम-घूमकर कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ लोगों में अलख जगा रहे थे। उस समय गुस्सा है, उन्हें आवास नहीं दिये गये, उनके घर नलजल के कनेक्शन नहीं पहुंचे, उनकी कोई सुनवाई नहीं थी। सरकार का अहंकार अपने चरम पर था। पूरा सिस्टम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया था। कार्यकर्ताओं ने तय कर लिया था- अब नई सहिबो बदल के रहिबो। तब के कुशासन के अंधेरे में जनता के बीच उम्मीद की किरण के रूप में 'मोदी गारंटी' सामने आई। 

उसके बाद कार्यकर्ता बंधु-भगिनी पूरे उत्साह और कर्मठता से मोदी जी की गारंटी को जनता के बीच लेकर गये, फिर जो हुआ, वह छत्तीसगढ़ के इतिहास में सुनहरे अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है। जब प्रदेश में हमारी सरकार आई तो पहली चुनौती जनता के भरोसे को कायम करने की थी। हमने शपथ लेने के अगले दिन से ही इस पर काम करना शुरू किया। 18 लाख परिवारों को हमने आवास देने का निर्णय लिया जो पांच बरस से आवास की बाट जोह रहे थे। मैंने बरसों तक पहाड़ी कोरवा जनजाति के रहवासियों के साथ काम किया है और जानता हूँ कि जशपुर की सर्दी-बरसात में घास- फूस के घरों में रहना कितना कष्टप्रद है। मुझे खुशी है कि हमारा अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है। जब प्रदेश में हमारी सरकार आई तो पहली चुनौती जनता के भरोसे को कायम करने की थी। हमने शपथ लेने के अगले दिन से ही इस पर काम करना शुरू किया।

18 लाख परिवारों को हमने आवास देने का निर्णय लिया जो पांच बरस से आवास की बाट जोह रहे थे। मैंने बरसों तक पहाड़ी कोरवा जनजाति के रहवासियों के साथ काम किया है और जानता हूँ कि जशपुर की सर्दी-बरसात में घास- फूस के घरों में रहना कितना कष्टप्रद है। मुझे खुशी है कि हमारा पहला निर्णय इन्हीं के लिए हुआ। छत्तीसगढ़ महतारी के धान का कटोरा किसान भाइयों के श्रम से भरपूर रहता है। मोदी जी की गारंटी के अनुरूप हमने 3100 रुपए में धान खरीदी की और 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी भी की। 24 लाख 75 हजार किसान भाइयों को धान के समर्थन मूल्य के रूप में 32, 000 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। कृषक उन्नति योजना के 13 हजार 320 करोड़ रुपए भी किसान भाइयों के खाते में अंतरित की गई।

यही नहीं 13 लाख किसान भाइयों के खाते में 3,716 करोड़ रुपए बकाया बोनस राशि का भुगतान भी किया गया। कुल मिलाकर 49 हजार करोड़ रुपए की राशि हमारे किसान भाइयों के खाते में हमने अंतरित की है। हम किसान भाइयों के चेहरे पर मुस्कुराहट ला सके हैं। यह हमारे लिए सबसे बड़े संतोष का विषय है। अपनी बहनों को तीजा के मौके पर भेंट देते हैं। अपनी माताओं-बहनों के श्रम के सम्मान के लिए हमने भेंट स्वरूप महतारी वंदन योजना शुरू की। हर महीने हम 70 लाख विवाहित माताओं-बहनों के खाते में एक हजार रुपए भेजते हैं और अब तक पांच किश्त दे चुके हैं। यह मोदी जी की गारंटी है और मेरा वायदा है कि हर महीने की पहली तारीख को यह राशि पहुंचती रहेगी। मुझे बहुत खुशी होती है कि पहली तारीख को हमारी माताओं-बहनों के चेहरे की चमक और बढ़ जाती है। एक भाई के रूप में इससे ज्यादा संतोष की क्या बात हो सकती है।

पिछली सरकार ने युवाओं का भी भरोसा तोड़ा था। जिस तरह से पीएससी परीक्षा 2021 में गड़बड़ी हुई, ऐसी गड़बड़ी न कभी देखी, न कभी सुनी थी। युवा पिछली सरकार के समक्ष गिड़गिड़ाते रहे। सरकार के कर्ताधर्ता कहते गये, शिकायत आई तो कार्रवाई होगी। सिविल सेवाओं की भर्ती प्रक्रिया में किया गया भ्रष्टाचार न केवल होनहार युवाओं को अवसर से वंचित कर देता है अपितु सिविल सेवा की गुणवत्ता को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है। हमने युवाओं की पौड़ा समझनी और पीएससी का प्रकरण जांच के लिए सीबीआई को सौंपा। पिछली सरकार के लचर रवैये के चलते कितने ही युवा आयु सीमा की अर्हता को पार कर गये, हमने इन्हें राहत दी और आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट दी गई। हम लोग पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की सीख पर चलने वाले लोग हैं। अंत्योदय के लिए काम करते हैं। गरीबों के लिए, पिछड़ों के लिए काम करते हैं। यह बहुत पीड़ा की बात है कि प्रदेश के विपुल प्राकृतिक संसाधन जिनके संतुलित दोहन से प्रदेश के लाखों गरीबों को मुक्ति मिल सकती थी, पिछली सरकार में खनिज सिंडीकेट ने इनसे अपना घर भर लिया। मोदी जी के नेतृत्व में जब देश डिजिटल गवर्नेस की राह पर चल रहा है तब पिछली कांग्रेस सरकार ने ऑनलाइन प्रैक्टिस को बदल कर फिर मैनुअल कार्य शुरू कर दिया। कोयले पर 25 रुपर प्रति टन की उगाही कर 540 करोड़ रुपए का घोटाले की राह प्रशस्त कर दी।

इसी तरह होलोग्राम लगाकर नकली शराब की बिक्री कर छत्तीसगढ़ को न केवल हजारों करोड़ का घोटाला किया गया. साथ ही नकली शराब देकर लाखों लोगों का स्वास्थ्य खराब करने का गंभीर अपराध किया गया। हमने शराब माफिया को समाप्त कर विदेशी मदिरा खरीदी सीधे उत्पादकों से करने का निर्णय लिया। हमने ऐसा नहीं किया होता तो छत्तीसगढ़ में भी तमिलनाडु के कल्लाकुरिचि की तरह बड़े हादसे की आशंका बनी रहती जिसमें कई लोग जहरीली शराब पीने की वजह से मारे गये थे। शराब के खेल के साथ ही सट्टा कारोबार भी खूब पनपा। अपने प्राकृतिक संसाधनों, मेहनतकश, सरल, सहज लोगों से अपनी पहचान रखने वाले छत्तीसगढ़ की पहचान दुनिया भर में महादेव एप से हो गई। हमने डिजिटल गवर्नेस की पुनः स्थापना की। आईटी टूल्स के माध्यम से विभागों में पारदर्शिता बढ़ाई। अटल मानिटरिंग एप के माध्यम से फ्लैगशिप योजनाओं की मानिटरिंग हम सुनिश्चित कर रहे हैं।

सुशासन एवं अभिसरण विभाग की स्थापना कर हम सुशासन एवं नवाचार को प्रशासन के हर स्तर पर अपना रहे हैं। हमने विकसित छत्तीसगढ़ का लक्ष्य रखा है और इसके लिए विजन 2047 तैयार कर रहे हैं। आप सभी की मेहनत और छत्तीसगढ़ की जनता की भागीदारी से निश्चित रूप से हम यह सपना पूरा कर सकेंगे। बीते साढ़े छह महीनों में जिस तरह से माओवादियों पर जिस तरह से कड़ा प्रहार किया गया है उससे निश्चित रूप से आम जनता को यह भरोसा हो गया है कि छत्तीसगढ़ में माओवाद का उन्मूलन अतिशीघ्र हो जाएगा। नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से हम सुरक्षा के साथ विकास का संदेश भीआम जनता तक ले जाने में सफल रहे हैं। कुल मिलाकर इन साढ़े छह महीनों में जनता का भरोसा लौट आया है। लोकसभा चुनावों में हमारे सभी कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की जिसका प्रतिसाद हमें मिला और हमने छत्तीसगढ़ से 10 सांसद भेजकर मोदी जी के हाथ मजबूत किये।

हमें याद रखना है कि देश एक ऐसे दौर से गुजर रहा है जहां नकारात्मक शक्तियां दुष्प्रचार फैलाने में लगी हुई हैं। जिनके पुरखों ने बाबा साहेब के संविधान को इमरजेंसी के दौरान ताक पर रखकर आतंक का राज कायम किया. वे आज संविधान की दुहाई दे रहे हैं। यह उन्हें शोभा नहीं देता। विविधता में एकता हमारे भारतीय समाज की शक्ति है। देश में कुछ ऐसे तत्व हैं जो हमारे सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करना चाहते हैं। हमें निरंतर उनके इस षड्यंत्र को तोड़ने और राष्ट्र निर्माण के काम में लगना होगा। 22 जनवरी को पांच सौ बरसों के संघर्ष के पश्चात अयोध्या धाम में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। राम मंदिर के लिए किया गया यह आंदोलन हमारे पुरखों का संघर्ष है। 22 जनवरी को देश की सांस्कृतिक गरिमा की पुनर्स्थापना हुई और रामराज्य के आदशों को पूरा करने हम नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़े हैं।

आज जब उत्साह से भरपूर वातावरण में जब हमारी पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश भर से विस्तारित कार्यसमिति में भाग लेने आ रहे हैं, तब उपरोक्त वर्णित उपलब्धियों का हिसाब-किताब अपने लोगों को देते हुए अति आनंद का अनुभव कर रहा हूँ। हालांकि यह भी सच है कि अभी तो यह शुरुआत है। अभी तो हमें बिना रुके, थके मीलों आगे चलना है। इस अवसर पर हम का यही साझा लक्ष्य है कि 'विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़' को पूरा करने जी-जान से जुटना है। हनुमान जी की तरह ही 'रामकाज किन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम की तर्ज पर राष्ट्र निर्माण के काम में जुट जाना है। हमें रामसेतु निर्माण की तरह राष्ट्र निर्माण का काम करना है। हम यह काम पूरे उत्साह से, लगन से करेंगे। भाजपा का हर कार्यकर्ता इस कार्य के लिए जुटा है और हम निश्चित रूप से ही विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत के निर्माण का यह संकल्प भाजपा ही पूरा करेगी।