खुर्शीद कुरैशी- जशपुर नगर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले से एक सनसनीखेज घटना सामने आई थी। सिर कटी लाश के मामले में मृतक के सगे और मौसेरे भाइयों समेत 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मृतक भाई से परेशान होकर भाइयों ने क्राइम पेट्रोल देखकर हत्या की योजना बनाई थी। फ़िलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है।

दरअसल यह पूरी घटना कुनकुरी थाना क्षेत्र की है। जहां के श्रीटोली गांव में युवक की सिर कटी लाश मिली थी। मिली जानकारी के अनुसार मृतक युवक के ही दो भाइयों और पड़ोसी समेत चार लोगों ने मिलकर उसको मौत के घाट उतार दिया था। जमीन विवाद के चलते सगे भाइयों ने ही इस घटना को अंजाम दिया था। 12 अगस्त को गणेश बारीक़ ने पुलिस को सूचना दी की गांव के चुरहागड़ा जंगल में एक व्यक्ति का शव सिर धड़ से अलग पड़ा मिला है। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर घटनास्थल पहुंची और देखा की अज्ञात युवक का सिर और धड़ घने जंगल में पड़ा मिला। पहली नजर में यह पूरा मामला हत्या प्रतीत हो रहा था। जिसके बाद घटना की तहकीकात के लिए एक टीम गठित की गई।

कटा हुआ धड़ झाड़ियों से बरामद हुआ 

घटनास्थल पर मृतक का कटा हुआ सिर, एक चाकू, नाइलोन की रस्सी और एक जोड़ी चप्पल पड़ा था। आरोपियों ने युवक के धड़ को कटे सिर से करीब 50 मीटर दूर झाडियों में छिपाकर रखा था। मृतक के हाथ में टैटू बना हुआ था जिसमें अभी लिखा था। जिसके आधार पर ही पुलिस आज्ञात मृतक के पहचान में जुट गई थी। डॉग स्क्वाड एफएसएल अधिकारी, सायबर सेल के स्टाफ को तत्काल मौके पर भेजकर छानबीन शुरू की गई। मृतक के फोटो को ओडिशा, झारखंड राज्य के पुलिस अधिकारी और ग्रुप में व्हाटसअप से भेजा गया। आस-पास के क्षेत्र और झारखंड ओडिशा बार्डर रोड में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला गया। फिर भी अज्ञात मृतक का कोई पता नहीं चल सका। इसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पीएम के लिए भेज दिया और शव को मर्चुरी में सुरक्षित रखवाया। 

इसे भी पढ़ें...श्रमिक सम्मेलन में सीएम साय का बड़ा ऐलान : प्रदेश के सभी जिलों में खुलेगा दाल-भात केंद्र

जांच के लिए टीम गठित की गई

मृतक की पहचान और आरोपियों की पहचान के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने एक टीम बनाई। जिसके बाद पुलिस ने संदेहियों से पूछताछ करना शुरू किया। साथ ही  घने जंगल का निरीक्षण और सीसीटीवी फुटेज कलेक्ट करने के लिए जुट गई। हाथ में बने टैटू के आधार पर उसकी पहचान के लिए पुलिस लगातार कोशिश कर रही थी तभी सूचना मिली की मृतक का नाम अभिषेक लकड़ा है। सूचना के बाद पुलिस की टीम ने मृतक के पिता ख्रीस्तोफर लकडा और उसकी पत्नी अर्पिता को पूछताछ के बाद जिला अस्पताल लेकर गई। बरजोर कांसाबेल एवं पत्नी अर्पिता तिर्की निवासी केरसई से पूछताछ कर जिला अस्पताल के मर्चुरी में रखे मृतक के शव को दिखाने पर पता चला की मृतक युवक का नाम अभिषेक लकड़ा  है। पहचान के बाद शव को परिजनों को सौंपा गया।

मौसेरे भाई से हुआ था झगड़ा 

जांच के दौरान पता चला की घटना के दो दिन पहले ही मृतक अभिषेक का उसके मौसेरे भाई के साथ झगड़ा मारपीट हुआ था। उसके बाद से ही मृतक गायब हुआ था। संदेह के आधार पर मृतक के मौसेरे भाई अभय एक्का, संदीप एक्का, पड़ोसी निर्दोष तिर्की को हिरासत में लेकर बारीकी से पूछताछ किया गया। पहले तो आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन लगातार मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर आरोपी अभय ने हत्या करने को स्वीकार किया। 

 मौसेरे भाई ने की थी हत्या की प्लानिंग 

आरोपी युवक ने पुलिस को बताया की अभिषेक लकड़ा मेरा मौसेरा भाई है, जो अक्सर शराब पीकर नशे में घर में झगड़ा और मारपीट करता था। जमीन को भी गिरवी रख देता था। एक दिन अभिषेक शराब के नशे में गाली गलौज हल्ला करते घर आया और अभय के भाई और मां से गाली गलौच कर लड़ाई झगड़ा करने लगा। तब इन लोगों ने मृतक को माना किया तो वह आक्रोश में आकर मारपीट पर उतारू हो गया। तब अभय ने लकड़ी के फाड़ा से हाथ पैर में मारा जिससे दाहिना पैर टूट गया। पुलिस केस हो जाने का डर था इसलिए अभिषेक का इलाज नहीं कराया।  

इसे भी पढ़ें...रायपुर में दो बच्चे तालाब में डूबे : किनारे रखा मिला दोनों का यूनिफॉर्म-जूता

आरोपी अभय ने आगे बताया की हमेशा के लिए  भाई अभिषेक को रास्ते से हटाने के लिए प्लान बनाया और 11 सितंबर को अपने भाई संदीप एक्का, मृतक के भाई अनुप लकड़ा और पड़ोसी निर्दोष तिर्की से मिलकर घटना को अंजाम देने के बारे में चर्चा किया की अभिषेक रोज परेशान करता है उसको हमेशा के लिये खत्म कर देते है।  इससे किसी को पता भी नहीं चलेगा। मम्मी, पापा को बता देंगे की इलाज के लिए वैद्य के पास ले जाएंगे और कहीं पर ले जाकर उसे वहीं निपटा देंगे। उसके बाद तीनों साथ देने के लिए  तैयार हो गये। 

जंगल में ले जाकर गला घोंटा 

रात करीब दो बजे सभी ने मिलकर अभिषेक लकड़ा उठाया और कहा की तुम्हारे पैर में ज्यादा दर्द है, चलो बंदरचुआ वाले वैद्य से ईलाज कराएंगे। घटना को अंजाम देने लिए अभय अपने पास घर से एक नायलॉन लीन की रस्सी और लोहे का पट्टीदार लकड़ी का बेठ लगा चाकू रख लिया था। अभिषेक को अभय के मारूती वेन में बैठाकर  गाड़ी को श्रीटोली के पास रोड किनारे घने जंगल के पास रोक दिया। मारुती के वेन का गेट खोलकर सभी नीचे उतरे। फिर अभय एक्का, अभिषेक के गले में अचानक नायलॉन रस्सी फंसाकर दबाकर गाड़ी के बाहर निकाला। 10-12 मीटर रोड से नीचे जंगल में ले जाकर रस्सी से उसका गला घोट दिया।अभिषेक शांत हो गया तब अपने पास रखे चाकू से जमीन में बैठकर अभिषेक का गला धीरे-धीरे काट दिया।

इसे भी पढ़ें...कांग्रेसियों और छत्तीसगढ़िया सेना में झड़प : मामले ने पकड़ा तूल

उसके बाद उसी रस्सी से बांधकर धड़ वाले भाग को घसीटकर जंगल में अंदर तक ले गया। कुछ दूर घना जंगल में जाने यो बाद अभिषेक का कटा हुआ सर को जमीन में रखा और वहीं पर चाकू, रस्सी और चप्पल को वहीं लाकर रख दिया। करीब 50 मीटर दूर ले जाकर झाड़ियों के बीच छिपा दिया फिर सिर को लेने आया और 1 घंटा खोजने पर भी कटा सिर उसे अंधेरे में नहीं मिला रहा था। स्थान भूल गया था फिर सुबह होने को हो गई है तो डर गया कि कोई देख लेगा और सभी के साथ मारुती वेन से घर चले गए । घरवालों को बताया की अभिषेक वैद्य के पास से अपने पापा के पास उदयपुर चला गया है। 

पुलिस की गिरफ्त में सभी आरोपी 

पुलिस की पूछताछ में आरोपी अभय एक्का ने बताया की इस खौफनाक घटना को अंजाम देने के बाद बचने की तरकीब उसे क्राइम प्रेट्रोल देखने से मिली थी। पुलिस ने घटनास्थल से लकड़ी ,खून लगा कपडा,और मारुती वाहन को जब्त किया है। साथ ही आरोपी संदीप एक्का से मृतक का मोबाईल और उसका मोबाईल भी जब्त किया है। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों अभय एक्का, संदीप एक्का, निर्दोष तिर्की,अनुप लकड़ा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है।