रायपुर। स्व. दिलीप सिंह जूदेव द्वारा शुरू की गई परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उनके सुपुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने आज राजधानी रायपुर में 251 परिवारों की घर वापसी कराई।
बताया जा रहा है कि, 251 परिवारों के 1000 लोगों की घर वापसी हुई है। इस दौरान अन्य धर्म में गए हुए लोगों की हुई हिन्दू धर्म में वापसी हुई है। स्व. जूदेव के सुपुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने लोगों के चरण धो कर घर वापसी कराई गई। यह आयोजन धीरेंद्र शास्त्री के कथा स्थल में 251 परिवारों की घर वापसी हुई।
धर्मांतरण के खिलाफ बने कड़ा कानून : जूदेव
उधर आज ही स्व. दिलीप सिंह जूदेव के सुपुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने बताया है कि, छत्तीसगढ़ में 251 परिवारों की आज घर वापसी कराई है। प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा है कि, पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में धर्मांतरण हुआ है। जिन परिवारों ने हमसे संपर्क किया उन्हें घर वापसी करा रहे हैं। उनका कहना है कि, कांग्रेस शासनकाल में छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में धर्मांतरण हुआ है। कोरोना काल का फायदा उठाकर बड़े पैमाने में धर्मांतरण कराया गया। प्रबल प्रताप सिंह ने कहा है कि, धर्मांतरण रोकने के लिए हिंदुओं का जागना बहुत जरूरी हो गया है। धर्मांतरण कितना बड़ा खतरा है यह हर हिंदू को समझना पड़ेगा। उन्होंने मांग रखी कि, धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बनाना भी जरूरी है। हम लगातार लोगों को घर वापसी कराते रहेंगे।
धर्मांतरण पर रायगढ़ में बवाल
उधर आज ही छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला मुख्यालय में धर्मांतरण को लेकर बवाल मच गया। शहर के जूटमिल थाना क्षेत्र में धर्मांतरण कराए जाने की सूचना पर पहुंचे विभिन्न हिंदू संगठनों ने आरोपियों की थाने में ही पुलिस की मौजूदगी में पिटाई भी कर दी। मिली जानकारी के मुताबिक, जूट मिल इलाके में कुछ इसाई धर्मावलंबियों द्वारा कुछ किशोरवय लड़कों और लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराए जाने की सूचना पर भीड़ इकट्ठी हो गई। हंगामा मचने पर पुलिस पहुंची और आरोपियों को जूट मिल थाने ले आई। इतने में ही हिंदू संगठनों के लोग बड़ी संख्या में थाने के बाहर जमा हो गए। आरोपियों को देखकर वे नारेबाजी करने लगे। थोउ़ी ही देर में नारेबाजी के झूमाझटी और मारपीट भी हो गई। कुछ पुलिसकर्मियों की बातें हिंदू संगठनों को नागवार गुजरी और वे जूट मिल पुलिस के खिलाफ ही नारेबाजी करने लगे।