जशपुर। शाही जशपुरिया लीची किसानों के लिए आय का बढ़िया स्रोत बन गया है। इसके अच्छे उत्पादन और दूसरे प्रदेश के व्यापारियों के आकर्षण से किसान काफी खुश हैं।
जशपुर जिले में बड़े पैमाने पर लीची की का उत्पादन होता है। इस साल की बात करें तो लीची की अच्छी पैदावर से किसान काफी खुश हैं। जशपुर की रसीली लीची की एक अलग पहचान है। जिले के कुनकुरी, बगीचा, सन्ना, मनोरा, फरसाबहार, कांसाबेल, पत्थलगांव में अधिक पैमाने में लीची पाई जाती है।
दो प्रकार की लीची की होती है पैदावार
यहां पर दो प्रकार की लीची की पैदावार होती है, जिसमें जशपुरिया शाही लीची और चाइनीज लीची शामिल है। जशपुर की लीची की मांग बड़े-बड़े शहरों और अलग-अलग राज्यों में भी है।
अच्छी पैदावार से बढ़ा मुनाफा
सुरेशपुर के एक किसान ने बताया कि, उसने अपने बगान में 125 लीची के पेड़ लगाए हैं। इस साल लीची की काफी अच्छी पैदावार हुई है, जिससे बहुत मुनाफा हुआ है। लीची की मांग को देखते हुए और अधिक पेड़ लगाने की तैयारी कर रहे हैं।