अनिल सामंत- जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के सभी सातों ब्लाक के सड़क किनारे स्कूलों में बच्चों की सुविधा के लिए बनाए टॉयलेट की सुविधा बहाल है। लेकिन जिले के सुदूर नक्सल संवेदनशील इलाके के स्कूलों में अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आवश्यक सेवा में सम्मलित बाथरूम की व्यवस्था नहीं है।
हम बात कर रहे हैं दरभा ब्लाक के नक्सल सवेंदनशील क्षेत्र कोलेंग की। यहां आधा दर्जन से ज्यादा स्कूलों में पिछले 5- 6 सालों से बाथरूम पूरी तरह से जर्जर होकर अनुपयोगी हो चुके हैं। छोटी बालिकाओं को प्रशाधन या यूं कहें लघु शंका में काफी समस्या आ रही है। शौचालय निर्माण के लिए पिछले कुछ वर्षों से प्रशासकीय स्वीकृति नही मिलने से स्थिति जस के तस है। जिन स्कूलों में यह गंभीर समस्या है, उनमें दरभा ब्लाक के कोलेंग संकुल के प्राथमिक शाला उरुकपाल, प्राथमिक शाला कंदानार, प्राथमिक शाला चांदामेटा, प्राथमिक शाला काचिरास, प्राथमिक शाला डोंगापारा, प्राथमिक शाला सल्फीपदर और प्राथमिक शाला छिंदगुर में शौचालय नही होने से बच्चों के लिए परेशानी का सबब बना है।
दो बार जानकारी देने के बाद भी नहीं बना शौचालय
इस सबंध में संकुल समन्वयक मोंगराराम नाग ने बताया वे 7 साल से सीएससी (संकुल समन्वयक) हैं। ब्लाक के खंड स्रोत समन्वयक को 2 मर्तबा प्रतिवेदन बनाकर दिया है। साथ ही दो मर्तबा खण्ड शिक्षा अधिकारी को प्रतिवेदन प्रस्तुत कर शीघ्र शौचालय बनाने जानकारी दी गई है।
अधिकारियों की उदासीनता बनी समस्या
दरभा ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी एवं खण्ड श्रोत समन्वयक की लापरवाही के चलते कोलेंग क्षेत्र के शालाओ में शौचालय का निर्माण नहीं हो रहा है। जो छोटे बच्चों के लिए परेशानी बनी है। बताया जा रहा है कि, जिले में जिन स्कूलों में शौचालय नहीं है, ऐसे स्कूलों की जानकारी लोक शिक्षण संचनालय की डायरेक्टर ने जानकारी मांगी है। इसके बावजूद जानकारी लेकर संचनालय की डायरेक्टर फंड की समस्या के कारण चुप्पी साध ली।
20 से अधिक स्कूलों में नहीं हैं शौचालय
दरभा ब्लाक के 20 शालाओ में शौचालय जर्जर है, जिसे उपयोग में नहीं लिया जा रहा। बच्चों के साथ परेशानी बनी है। लोक शिक्षण संचनालय की डायरेक्टर के आदेशानुसार बस्तर जिला शिक्षा अधिकारी को 12 दिन पहले डिमांड बनाकर प्रेषित किया गया है। फंड की कमी की वजह से शालाओ में शौचालय निर्माण कार्य अटका है। जैसे ही राशि की स्वीकृति होती है,निर्माण प्रारम्भ किया जाएगा। यह कोई दरभा अकेला ब्लाक का मामला नही जिले में ऐसे अनेक शालाओ में शौचालय का यही हाल है।