महेंद्र विश्वकर्मा- जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर  जिले के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के कोटमसर परिक्षेत्र में वन विभाग की टीम ने बीती रात चीतल का शिकार करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वन विभाग, उड़नदस्ता, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की टीम ने मौके पर पहुंचकर 10 आरोपियों में से 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है और 5 आरोपी फरार हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, वन विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि, कोटमसर परिक्षेत्र के जंगलों में शिकारियों का एक समूह सक्रिय है। विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक विशेष टीम गठित की और गश्ती दल को अलर्ट पर रखा। सोमवार की शाम 4 बजे मुखबीर द्वारा मिली सूचना के अनुसार उड़नदस्ता प्रभारी एवं सहायक परिक्षेत्र अधिकारी, कोटमसर एवं दैनिक श्रमिक के साथ संयुक्त गश्ती की गया। गस्त के दौरान उन्होंने पाया कि, ग्रामीणों द्वारा चीतल मारकर उसे भूंजकर, काटकर हिस्सा बंटवारा किया जा रहा था। वहीं लगभग 3 किलो मांस पकाया जा रहा था। 

5 आरोपी गिरफ्तार और पांच फरार 
वन विभाग की टीम ने 5 अपराधियों को धर गिरफ्तार कर लिया। वहीं 5 आरोपी फरार हो गए। चीतल के मांस और हथियारों को कोटमसर परिक्षेत्र कार्यालय लाया गया और एवेटनरी डॉक्टर को बुलाकर मांस की जांच की जा रही है। शिकार में शामिल 10 आरोपियों में से 9 ग्राम कोटमसर और एक नागलसर ग्राम के निवासी हैं। जिसमें कोटमसर निवासी कमल साय, किशन, भूरसू, सामू, कोया, दशमू, राजू, हरि, रामधर एवं नागलसर निवासी आशीष हैं।

अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हुए आरोपी
अधिकारियों के अनुसार 5 आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल के भीतर फरार हो गए हैं। उनकी तलाश के लिए क्षेत्र में सघन खोज अभियान चलाया जा रहा है। फरार आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी जल्द ही की जाएगी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और उनके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2, धारा 9, धारा 27, धारा 29, धारा 39, धारा 50, धारा 51 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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शिकार करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
वन विभाग कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक चूड़ामणी सिंह ने वन्यजीव अपराध अवैध शिकार रोकने हेतु वन अमलो को तत्पर रहने और स्थानीय लोगों से सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने चेतावनी दी कि, राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में अवैध कटाई, वन्यजीवों का शिकार करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में वन विभाग और स्थानीय पुलिस मिलकर फरार आरोपियों को पकड़ने की कार्यवाही की जा रही है।