रविकांत सिंह राजपूत- मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ जिले में जनकपुर नगर पंचायत में राज्य सरकार द्वारा अध्यक्ष मनोनीत किये जाने का बाद शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मनेन्द्रगढ़- चिरमिरी- भरतपुर जिला भाजपा उपाध्यक्ष और भरतपुर जनपद उपाध्यक्ष दुर्गाशंकर मिश्र ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव को पत्र लिखकर मनोनीत अध्यक्ष पद पर अनुसूचित जनजाति पद की महिला को अध्यक्ष मनोनीत करने की मांग की है। वहीं महिला सरपंच ने भी इस पर सवाल उठाएं हैं। 

जनकपुर ग्राम पंचायत की महिला सरपंच जयमनिया बैगा ने भी अध्यक्ष की नियुक्ति पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। आदिवासी महिला सरपंच का कहना है कि मेरे साथ अन्याय हुआ है। मैं आदिवासी महिला हूं और शासन- प्रशासन मेरे साथ अन्याय कर रहा है। सरपंच का कहना है कि, हमारा 4 महीने का कार्यकाल बचा था। ऐसे में नगर पंचायत अध्यक्ष की नियुक्ति करना गलत है। उन्होंने आगे कहा कि, हमे 4 महीने और काम करने का मौका देना था। वहीं जब सरपंच का पद आदिवासी महिला के लिए आरक्षित था, तो नगर पंचायत अध्यक्ष भी आदिवासी समाज की महिला को देना था। लेकिन सामान्य वर्ग के पुरुष को अध्यक्ष बनाकर सरकार ने हमारे साथ अन्याय किया है। 

भरतपुर जनपद उपाध्यक्ष ने प्रदेश अध्यक्ष को लिखा पत्र 

इस पूरे मामले को लेकर भाजपा जिला उपाध्यक्ष और भरतपुर जनपद उपाध्यक्ष दुर्गाशंकर मिश्र ने भी नगर पंचायत जनकपुर में अध्यक्ष की गलत नियुक्ति को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंहदेव लिखा है। पत्र लिखकर उन्होंने मांग की है कि, नगर पंचायत जनकपुर, जनपद पंचायत भरतपुर, जिला एमसीबी में नगर पंचायत के घोषणा के आधार पर ग्राम पंचायत को भंग करते हुये जनकपुर नगर पंचायत की समिति का गठन किया गया। जिसमें अशोक सिंह को अध्यक्ष पद हेतु मनोनित किया गया, जबकि ग्राम पंचायत जनकपुर अजजा महिला हेतु आरक्षित है। उसमें आदिवासी महिला को ही अध्यक्ष पद हेतु मनोनित होना चाहिए। क्योंकि नगर पंचायत जनकपुर के अध्यक्ष पद का आरक्षण नही हुआ है। 

उपाध्यक्ष दुर्गाशंकर मिश्र ने लिखा पत्र

मनमाने ढंग से मनोनीत कराया का लगाया आरोप 

उन्होंने आगे कहा कि, जिस आधार पर सामान्य वर्ग को मनोनित किया गया है, वह नियम विरूद्ध है। जिलाध्यक्ष भाजपा अनिल केशरवानी द्वारा मनमाने ढंग से अध्यक्ष और सदस्यों को मनोनित हेतु नगरीय प्रशासन और विकास विभाग के यहां जो सूची भेजी गई है, वह पूर्णतः गलत है। जिला अध्यक्ष एमसीबी द्वारा जिला संगठन के पदाधिकारियों और मण्डल जनकपुर के पदाधिकारियों का अनुमोदन नहीं लिया गया है और महिला आदिवासी आरक्षित सीट पर सामान्य वर्ग के पुरूष को मनोनित किया गया है। जो नियम विरूद्ध है और अजजा वर्ग के साथ अन्याय किया गया है। जबकि छत्तीसगढ़ शासन आदिवासियों पर विशेष सहानुभूति रखती है। भाजपा जिला उपाध्यक्ष दुर्गाशंकर मिश्र ने लिखे गए पत्र में निवेदन किया गया है कि उक्त समिति का अध्यक्ष पद किसी महिला आदिवासी को मनोनित किया जाये। जिससे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के आदिवासियों को न्याय मिल सकें।