जगदलपुर। सुकमा से लगे ओडिशा के मलकानगिरी जिले के कालीमेला स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ डॉक्टर का माओवादियों द्वारा अपहरण किए जाने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि उनका अपहरण उनके शासकीय क्वार्टर से तब कर लिया गया, जब वे अपने निवास में बीती रात विश्राम कर रहे थे। स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ कर्मचारियों द्वारा डॉक्टर के लापता होने की सूचना सुबह कालीमेला थाने में दी गई। जिसके बाद एसडीओपी मलकानगिरी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचकर सभी पहलुओं से मामले की पड़ताल कर रहे है। वहीं घटना के बाद पुलिस द्वारा पूरे जिले में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।

 जानकारी के मुताबिक, कालीमेला स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ अमलान भोई सुबह अपने कमरे से लापता हो गए थे। बताया जा रहा है कि रात में किसी समय उनको अगवा किया गया। अस्पताल  स्टाफ द्वारा सुबह कालीमेला पुलिस स्टेशन में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई, जिसके बाद एसपी मलकानगिरी के अलावा अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और पतासाजी के लिए जगह-जगह तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। डॉक्टर अमलान कुमार भोई की बाइक क्रमांक ओडी 15 एच 8159 उनके सरकारी आवास के बाहर मिली। वहीं अंदर उनका मोबाइल भी मिला है। वहीं आवास के बाहर कई नक्सली पर्चे भी मिले हैं, जिसमें उनके अगवा की बात लिखी है।

5 माह पूर्व कालीमेला स्वास्थ्य केन्द्र में हुए थे पदस्थ 

डॉ. भोई कंधमाल जिले के निवासी हैं और उन्हें पांच माह पूर्व ही कालीमेला स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ किया गया था। जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रफुल्ल कुमार नंद ने बताया कि रविवार तड़के डॉ अमलान को अपने कमरे में नहीं देखकर अस्पताल स्टाफ और अन्य डॉक्टरों ने काफी खोजबीन की। खोजबीन के दौरान उनके निवास के करीब माओवादी पोस्टर मिलने के बाद कालीमेला अस्पताल प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अरुण मणिगढ़ी ने इसकी सूचना कालीमेला थाने को दी। डॉ भोई के लापता होने के बाद जिला जन स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ए हुसैन को कालीमेला अस्पताल रेफर किया गया है।

एक दिन पूर्व हुआ था विवाद, स्टाफ दहशत में

बताया जा रहा है कि, एक दिन पूर्व सुकमा जिले के कोण्टा इलाके से कुछ लोग एक महिला को उपचार के लिए कालीमेला अस्पताल लेकर आए थे, लेकिन उपचार से पूर्व उसने सड़क पर दम तोड़ दिया। अस्पताल पहुंचने के बाद डॉ. अमलान ने महिला को मृत घोषित कर दिया था और इसकी सूचना कालीमेला थाने को दी थी। सूचना पर जब पुलिस पहुंची और मृतिका के शव का पोस्टमार्टम कराने को कहा तो साथ में आए लोग डॉक्टर पर चिल्लाने लगे। इस दौरान कुछ देर तक डॉक्टर  व मृतिका के साथ आए लोगों के बीच बहस होती रही, इसके बाद डॉक्टर ने पोस्टमार्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया था। इस घटना को भी डॉक्टर के अपहरण से जोड़कर देखा जा रहा है। डॉक्टर के लापता होने के बाद अस्पताल में पदस्थ डॉक्टरों व स्टाफ व क्षेत्र में दहशत व्याप्त है।