संजय यादव- कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के लोहारीडीह में आगजनी और हत्याकांड को 15 दिन बीत गए है। लेकिन अभी भी गांव की गलियां सुनी और विरान नजर आती है। घटना के बाद से लोग अपने घरों में दुबके हुए रहते हैं। तकरीबन 600 की आबादी वाला यह गांव बिल्कुल खाली- खाली सा लगता है। घर के बाहर केवल बच्चे या बुजुर्ग या कुछ महिलाएं ही दिख जाएंगी।
आगजनी मामले में जेल में बंद हैं लोग
यहां के ज्यादातर पुरूष और नौजवान या तो जेल में है या फिर गायब हैं। आगजनी और हत्याकांड के आरोप में पुलिस ने गांव के 69 लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसमें 33 महिलाएं और 34 पुरूष समेत कुछ नाबालिग भी है। जिनकी जमानत कैसे होगी कब होगी इसका कुछ अता पता नहीं है। परिवार वाले भी इस बात से बेखबर है कि जो जेल में बंद हैं उनकी जमानत किस तरह से होगी या हो पाएगी या नहीं।
इसे भी पढ़ें...संरक्षित वन्य प्राणी पेंगोलिन की तस्करी : 4 तस्कर पकड़े गए
डरे- सहमे घर में रहने के लिए मजबूर महिलाएं
प्रशासन और साहू समाज के लोग लगातार वहां स्थिति सामान्य करने की कोशिश कर रहे है। भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है ताकि लोगों का आपस में मेल- जोल हो और डर समाप्त हो। लेकिन फिर भी गांव के पुरूषों और नौजवान के घर में ना होने से महिलाएं डरी सहमी रहती है।