रायपुर। देश और अपने प्रदेश में ज्यादातर सेक्टरों में घरेलू सामानों को लेकर महंगाई का बड़ा दौर चल रहा है। उत्पादक और कारोबारी पूरा सिंडीकेट बनाकर दाम तय करके उपभोक्ताओं के लूटने में लगे हैं। इसी कड़ी में अब दूध की बारी भी एक बार फिर आई है। दूध में भी अपने राज्य के साथ देशभर में महंगाई का उबाल आ गया है। अमूल दूध ने सोमवार से कीमत में दो रुपए का इजाफा कर दिया। अब बाकी कंपनियां भी दाम बढ़ाने की तैयारी में हैं। सबसे अहम बात यह है कि छत्तीसगढ़ में किसानों से 35 रुपए में दूध लिया जा रहा है और इसे 68 रुपए लीटर बेचा जा रहा है। फैट वाला दूध जहां 68 रुपए है, वहीं बिना फैट वाले सामान्य दूध की कीमत अब 56 रुपए हो गई है। 

मार्च 2022 से फरवरी 2023 के बीच में दस माह में चार बार में 8 रुपए कीमत बढ़ाई गई थी। अब वापस उसी तरह से लगातार कीमत बढ़ाने की तैयारी है। छत्तीसगढ़ में देवभोग दुग्ध महासंघ किसानों से इस समय 35 रुपए लीटर में दूध ले रहा है। पहले इसकी कीमत महज 31 रुपए थी। बीते साल किसानों के दबाव में पहले जनवरी में और फिर सितंबर में दो-दो रुपए कीमत बढ़ाई गई थी तो अब जाकर किसानों को 35 रुपए कीमत मिल रही है। इस कीमत को किसान कम मानते हैं। किसानों का कहना है, हमसे इतनी कम कीमत पर दूध लेकर करीब डबल कीमत में इसको बेचा जाता है। छत्तीसगढ़ के किसानों से देवभोग के अलावा बाहर की कंपनियां भी रोज हजारों लीटर दूध ले रही हैं।

देवभोग को अब आधा दूध

चार साल पहले 2018-19 में देवभोग को किसान एक लाख लीटर से ज्यादा दूध की आपूर्ति करते थे, लेकिन जहां किसानों को दूध की कीमत सही नहीं मिलती थी, वहां पैसे भी डेढ़ माह से पहले नहीं मिलते। ऐसे में किसानों ने हाथ खड़े कर दिए और देवभोग को दूध देना कम कर दिया। इस समय किसान देवभोग को 50 से 55 हजार लीटर दूध दे रहे हैं। बाकी दूध किसान सीधे दूसरी कंपनियों को बेच रहे हैं। इसकी कीमत 35 रुपए ही मिल रही है, लेकिन यह कीमत तत्काल मिल जाती है।

फैट कम तो कीमत भी कम

किसानों का दूध लेते समय दूध की जांच की जाती है। अगर फैट कम पाया जाता है तो कीमत सीधे आधी कर दी जाती है। ऐसा दूध 16 से 17 रुपए में लिया जाता है। जानकारों का कहना है, किसानों के दूध में फैट कम होने की बात कहते हुए भी अधिकारी कम कीमत पर दूध ले लेते हैं और ये दूध दूसरी कंपनियों को बेच दिया जाता है।

गुणवत्ता पर भी सवाल

देवभोग दूध की ब्रिकी कम होने और उसकी गुणवत्ता पर भी सवाल खड़ा किया जा रहा है। देवभोग दुग्ध पार्लर संघ के अध्यक्ष शिव दत्ता का कहना है, दूध बहुत ज्यादा पतला आ रहा है। इसी के साथ दूध लगातार फट भी रहा है। ग्राहक लगातार शिकायत कर रहे हैं, हम लोग भी कंपनी से कहते हैं, लेकिन गुणवत्ता को सुधारा नहीं जा रहा है।