रायपुर। बलौदाबाजार में 10 जून की हिंसा के बाद छत्तीसगढ़ में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। कांग्रेस जहां इसे सरकार की विफलता बता रही है, वहीं सत्तापक्ष इसे कांग्रेस की सोची-समझी साजिश बता रही है। इस मामले में शनिवार 18 अगस्त को भिलाई से कांग्रेस के विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद सियासत और गरमा गई है।

मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद लगभग 15 विधायक जेल में देवेंद्र यादव से मिलने पहुंचे। जेल में यादव से मुलाकात के बाद पूर्व सीएम ने धोखे से गिरफ्तार करने का आरोप लगाया वहीं जवाब में सरकार की ओर से मंत्री दयालदास बघेल ने प्रेस कान्फ्रेंस लिया। प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बलौदाबाजार मामले का वीडियो दिखाया। वीडियो में घटना के दिन विधायक देवेंद्र यादव ने क्या किया था, उसका विजुअल दिखाया गया।  

असामाजिक तत्वों को लेकर पहुंचे विधायक देवेंद्र

पत्रकारों से चर्चा करते हुए मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि, बलौदाबाजार की घटना हम सभी के लिए दुखद है। जांच की घोषणा के बाद समाज के लोग शांतिपूर्ण ढंग से ज्ञापन देना चाहते थे। लेकिन कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव भिलाई से असामाजिक तत्वों को लेकर बलौदाबाजार पहुंचे। समाज के मंच पर जबरन देवेंद्र यादव चढ़ने की कोशिश करने लगे। जब समाज के लोगों ने मंच पर चढ़ने नहीं दिया तो देवेंद्र ने लोगों को भड़काया। विधायक ने लोगों को उकसाया और उसी आक्रोश में हिंसा की घटना घटित हुई।  

देवेंद्र यादव कांग्रेस का टूलकिट 

मंत्री श्री बघेल ने कहा कि, शनिवार को भिलाई में देवेंद्र यादव ने गिरफ्तारी के समय समाज के झंडे का अपमान किया। देवेंद्र यादव की करतूतों की वजह से सतनामी समाज के लोग जेल में हैं। उन्होंने कहा कि, देवेंद्र यादव को कांग्रेस ने टूलकिट के रूप में इस्तेमाल किया। 
कई संगीन प्रकरण देवेंद्र यादव के ऊपर पहले से ही दर्ज हैं, कांग्रेस पार्टी दंगों के लिए देवेंद्र यादव का उपयोग कर रही है। मंत्री श्री बघेल ने कहा कि, कांग्रेस और देवेंद्र यादव ने सतनामी समाज को कलंकित किया है। छत्तीसगढ़ का सतनामी समाज इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा।