गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के ग्राम बारूका में सोमवार को महज 4 घंटे के भीतर तेंदुए के हमले की दो घटनाएं हुईं। तेंदुए ने एक के बाद एक लगातार ढाई साल की मासूम और एक किसान पर हमला किया। तेंदुए के इन हमलों में एक ढाई साल की मासूम और एक किसान घायल हो गए। बच्ची को गंभीर चोटें आईं हैं, बेहतर इलाज के लिए उसे रायपुर रेफर किया गया है। वहीं घायल बच्ची की मां ने साहस दिखाते हुए तेंदुए को जाल में फंसाया और ग्रामीणों ने दबोच कर उसे वन विभाग के हवाले कर दिया।

घायल बच्ची रायपुर रेफर 

घटना के बाद रश्मि को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे रायपुर रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के सीनियर डॉक्टर हरीश चौहान ने बताया कि बच्ची के सिर, चेहरे और हाथ पर गहरे घाव हैं। बेहतर इलाज के लिए उसे रायपुर भेजा गया है।

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गांव में दहशत 

इससे पहले, सोमवार सुबह तेंदुए ने मनहरण यादव पर हमला कर दिया था। उन्हें भी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन दो हमलों के बाद ग्राम बारूका में दहशत का माहौल है।  ग्रामीण अब दिन में भी घरों से बाहर निकलने से डरने लगे हैं। गांव की गलियां सुनसान नजर आ रही हैं। 

गांव में बढ़ती चिंता 

चार घंटे के भीतर दो हमलों ने गांववालों को भयभीत कर दिया है। वन विभाग के अधिकारी लक्ष्मण सिंह और एसडीओ मनोज चंद्रकार ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है। वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ लिया है, लेकिन ग्रामीण अब भी डरे हुए हैं। इस घटना ने मानव-वन्यजीव संघर्ष की गंभीरता पर फिर से सवाल खड़ा किया है और वन विभाग को और अधिक सक्रिय होने की आवश्यकता बताई है।

मासूम पर तेंदुए का हमला

सोमवार दोपहर करीब एक बजे, ढाई साल की रश्मि यादव अपने घर के आंगन में खेल रही थी। तभी तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर पास में काम कर रहे देवानंद यादव तुरंत दौड़े और साहस दिखाते हुए बच्ची को तेंदुए के चंगुल से बचा लिया। हालांकि, इस घटना में रश्मि को सिर, चेहरे और हाथ में गंभीर चोटें आईं। बच्ची के पिता विश्वकर्मा ने बताया कि घटना के समय उनकी पत्नी और रश्मि घर में अकेली थीं। पत्नी ने तुरंत फोन पर घटना की सूचना दी, जिसके बाद बच्ची को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मां की बहादुरी और तेंदुए को पकड़ा

घटनाओं के बाद तेंदुआ गांव के ही आसपास मंडरा रहा था। घायल बच्ची की मां ने अदम्य साहस दिखाते हुए वालीबॉल नेट की मदद से तेंदुए को फंसाने की कोशिश की। ग्रामीणों की मदद से तेंदुए को काबू में कर वन विभाग को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे वन विभाग की टीम ने तेंदुए को बड़ी लोहे की जाली में सुरक्षित शिफ्ट किया।