रायपुर। राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने समुदाय-केंद्रित पहलों और परियोजना विकास कार्यों का आकलन करने के लिए सरगुजा में राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के परसा ईस्ट केटे बासन ब्लॉक का दौरा किया। उन्होंने आरवीयूएनएल की तरफ से सरगुजा जिले के विकास के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की। 

श्री नागर ने कहा, पीईकेबी ब्लॉक की सफलता छत्तीसगढ़ और राजस्थान के बीच एक उपयोगी साझेदारी का परिणाम है। हम सरगुजा जिले के विकास में आरवीयूएनएल के योगदान पर गर्व करते हैं। शनिवार को रायपुर में श्री नागर ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से भी मुलाकात के दौरान सरगुजा जिले के विकास के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

नई परियोजना का उ‌द्घाटन

मंत्री श्री नागर ने डोजर पुश ऑपरेशन भी लांच किया और पीईकेबी ब्लॉक में आरवीयूएनएल के संचालन के लिए अक्षय ऊर्जा का उपयोग करने के लिए नौ मेगावाट की सौर परियोजना का उद्‌घाटन किया। उन्होंने उस जंगल का भी दौरा किया, जहां पिछले दशक में कोयला खनन के बाद पुनः प्राप्त भूमि पर आरवीयूएनएल ने स्थानीय लोगों की मदद से 11.5 लाख पेड़ लगाए हैं। उन्होंने चालू वित्त वर्ष के दौरान अतिरिक्त 25 लाख पेड़ लगाने के लिए चल रहे अभियान की स्थिति पर भी चर्चा की। उल्लेखनीय है कि हमने साल पेड़ के लिए नर्सरी विकसित करने में रिकॉर्ड कायम किया है। अपनी प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में, श्री नागर ने अंबिकापुर पर निर्भर स्थानीय समुदायों के लिए आधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए पीईकेबी ब्लॉक के पास 25-बेड का आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल स्थापित करने की योजना की घोषणा की।