नारायणपुर। नक्सल प्रभावित जिले के फरसगांव पंचायत के आश्रित गांव मुंडपाल की करीब 250 महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए महिलाएं पिछले एक साल से भटक रही हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान नेताओं के द्वारा दिए गए आश्वासन को पूरा नहीं करने की बात कहते हुए अब इस गांव की महिलाएं चुनाव का बहिष्कार करने की बात कह रही हैं।
यहां रहने वाली श्यामवती गावड़े ने बताया कि, हम लोग महतारी वंदन योजना के लिए संबंधित अधिकारी के पास फरियाद लेकर गए, मंत्री से भी मिले, लेकिन हमारी समस्या का समाधान ही नहीं किया गया। गांव से आने-जाने में काफी दिक्कत होती है। रास्ता बहुत खराब है। एक आदमी को आने जाने में 100 रुपए खर्च होता है, हम कहां से किराए करके जाएंगे। हमारी दयनीय स्थिति है। राशन पानी के लिए लाले पड़ जाते हैं। अपना पैसा लगाकर प्रयास कर रहे हैं कोई नहीं सुन रहा है। गांव में ऐसे परिवार है जिनके यहां कुछ भी नहीं होता है सुबह खाना बना तो शाम को क्या बनाएंगे सोच के पड़ जाते हैं। उनके लिए एक हजार रुपए एक सहारा हो जाता। गरीब परिवार को सहारा मिल जाता है। एक आस लेकर हम लोग बैठे हैं, लेकिन अभी तक इस योजना का लाभ नहीं दिया गया है। अगली बार वोट होगा तो हम वोट डालने नहीं जाएंगे, हमें ठग देते हैं।
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अब हम वोट नहीं देंगे
वहीं, यहां कि राजवती वड्डे, ग्रामीण महिला मुंडपाल ने बताया कि हम लोग पूरे कागजात के साथ फॉर्म डाले थे। एक माह बीत जाने के बाद हम चेक करने गए पैसा जमा कैसे नहीं हुआ तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि आपका फार्म मैंने जमा कर दिया हैं। पैसा कैसे नहीं आ रहा मैं नहीं जानती। इसके बाद हम सब महिला बाल विकास के कार्यालय गए। यहां पर हमें बताया गया कि अब दूसरी बार फॉर्म डालना। हम सभी बोलते हैं, दुनिया में सभी को मिल रहा है तो हमें लाभ कैसे नहीं मिल रहा है। अब वोट मांगने आएंगे तो हम वोट नहीं देंगे।
पंजीयन नहीं हो पाया है
नारायणपुर के महिला बाल विकास अधिकारी रविकांत धुर्वे ने बताया कि, इनका पंजीयन नहीं हो पाया है, जैसे ही पंजीयन का काम चालू होगा इनका नाम जोड़ दिया जाएगा।