बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला राखी में राष्ट्रीय बालिका दिवस बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। संस्था की प्रधान पाठिका गायत्री जोगी ने इस अवसर पर कहा कि, भारतीय समाज में बालिकाओं के सामने आने वाली असमानताओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। यह दिन न केवल शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और पोषण में समान अवसरों की वकालत करता है, बल्कि बालिकाओं के अधिकारों के बारे में जागरूकता को भी बढ़ावा देता है। बाल विवाह, भेदभाव और लड़कियों के खिलाफ हिंसा जैसे मुद्दों को उजागर और हल करने का प्रयास करता है। 

चुनौतियों से बचाना ही उद्देश्य

उन्होंने कहा कि, इस कदम का उद्देश्य लैंगिक असमानता, शिक्षा, स्कूल छोड़ने, स्वास्थ्य देखभाल, बाल विवाह और लिंग आधारित हिंसा से समाज में जूझ रही लड़कियों के सामने आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करना है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की सालगिरह को चिह्नित करने के लिए हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। 

राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य

राष्ट्रीय बालिका दिवस को हर साल मानने का तीन उद्देश्य हैं। लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और लड़कियों के खिलाफ भेदभाव करने वाली लैंगिक रूढ़िवादिता को चुनौती देना है। राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य लड़कियों को अपनी पूरी क्षमता का अहसास करने के लिए आवश्यक जानकारी उपकरण और अवसर प्रदान करना है। लड़कियों को बाल विवाह, कुपोषण और लिंग आधारित हिंसा से बचाने का प्रयास करना। इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका नीलम देवांगन, देवलता साहू, किरण कुंजाम, गुलापा वर्मा, सहित सभी बालक बालिकाएं उपस्थित थे।