गणेश मिश्रा- बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से नक्सलियों की कायराना करतूत सामने आई है। एक बार फिर नक्सलियों ने जनअदालत में ग्रामीण को फांसी की सजा दी है। नक्सलियों ने मृतक ग्रामीण हपका रेकाल पर मुखबिरी का आरोप लगाया है। वहीं नक्सलियों ने शव के पास पर्चा भी फेंका है। इस हत्या की जिम्मेदारी भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने ली है। पूरा मामला मिरतुर थाना क्षेत्र के हल्लुर गांव का है।
मुठभेड़ थमी
वहीं बीजापुर में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ थम गया है। इस दौरान लगभग ढाई हजार जवान मोर्चे पर तैनात थे। मुठभेड़ के दौरान जवानों ने पूरी रात जंगल में बिताई। वहीं मुठभेड़ के बाद जवानों की वापसी भी शुरू हो गई है। दो तरफ से जवानों की वापसी हो रही है। कोंडापल्ली से नक्सलियों के कुछ शव भी लाए जाएंगे।
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मिली जानकारी के अनुसार, जवानों की सकुशल वापसी तक ऑपरेशन जारी रहेगा। नक्सल सेल से जुड़े अधिकारी का कहना है कि, जवान सीधे बटालियन से भिड़े है। अब भी कई नक्सली घेराबंदी में हो सकते है। ऑपरेशन अभी बंद नहीं किया गया है। नक्सली मौजूद होंगे तो दोबारा मुठभेड़ संभव हो सकता है। वहीं नारायणपुर में सर्च ऑपरेशन पर निकले 2 जवान IED ब्लास्ट में घायल हुए थे। घायल जवानों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं गृह मंत्री विजय शर्मा घायल जवानों से मिलने नारायणा अस्पताल पहुंचे।
मुठभेड़ 12 नक्सली मारे गए
गुरुवार को बीजापुर के जंगलों में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 12 नक्सलियों को मार गिराया था। बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर तीन जिलों के नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन जवान चला रहे थे। डीआरजी बीजापुर, डीआरजी सुकमा, डीआरजी दंतेवाड़ा, कोबरा 204, 205, 206, 208, 210 एवं केरिपु 229 बटालियन की संयुक्त टीम चला रही थी। सुबह 9 बजे से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच रुक- रुक कर मुठभेड़ जारी थी। जो देर शाम को थमी।