आशीष कुमार गुप्ता- बतौली- सेदम। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के पहाड़ी कोरवा कल्याण समिति का सामाजिक बैठक हुआ। इस बैठक में समाज के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।  साथ ही पांच गांव में पूर्ण शराब बंदी का निर्णय लिया गया। समाज के पदाधिकारी दुरस्त पहाड़ी क्षेत्र में नशे के कारण फैल रही कुरीतियों को समझा रहे है। साथ ही नशा छोड़ अपने बच्चों को स्कूल भेजने की समझाइश भी दे रहे हैं। 

दरअसल बतौली पहाड़ी कोरवा कल्याण समिति के पदाधिकारी ग्राम पंचायत वीरिमकेला के बैजनाथपुर, लऊआकोना और छिंदपानी के लगभग 50 घरों में लोगों के बीच कार्यकारिणी का गठन कर गांव के समस्याओं के बारे में सुना। जिसमें यह बात खुलकर सामने आई की लोग नशे में डूबे रहते है। बड़ी विडंबना की बात है कि, इसी कारण  से 6 साल से ऊपर 50 घरों के 20 बच्चे स्कूल के दरवाजे तक नहीं पहुंचे है। स्कूली शिक्षा से वंचित 20 बच्चों की पूरी जानकारी  जिला कलेक्टर सहित शिक्षा विभाग को लिखित में देने  की बात पदाधिकारी एकजुट हुए है।

समाज ने जारी किया फरमान 

बैठक में  हड़िया ,शराब, नशा करने और उलघंन करने पर  कानूनी कारवाई गांव में समाज ने फरमान जारी किया है। गांव में नशा से फैली कुरीतियों को बंद कराने के लिए पांच गांव में पूर्ण शराब बंदी के बाद वीरिमकेला के बैजनाथपुर में बैठक हुआ। इस दौरान नशा मुक्ति अभियान के अध्यक्ष राजनाथ पहाड़ी कोरवा और संरक्षक ग्राम पंचायत सरपंच विरिम केला को बनाया गया है।  पदाधिकारियों ने पूर्ण शराब बंदी की घोषणा के साथ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। 

समाज के पदाधिकारी नशा मुक्ति को लेकर लगातार अभियान चला रहे हैं

पांच गांव में पूर्ण शराब बंदी का निर्णय 

परसादाड़,घंटाडीह, करदाना, बेशरापानी, बागपानी,गोविन्दपुर पांच गांव के ग्रामीणजन एकजुट होकर शराब हड़िया या अन्य नशा को पूर्ण रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। साथ में नशा करते पाए जाने या शराब बनाए जाने कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बैठक के माध्यम से पहाड़ी कोरवा समाज के साथ अन्य समाज के लोग भी शराब बंदी करने समर्थन में आए। नशा से मुक्ति, शिक्षा में जोर देते हुए अपने बच्चे को स्कूल भेजना, समाज में स्वच्छता का ध्यान रखना, जंगल बचाना प्रमुख मुद्दों पर चर्चा किया गया ।  

नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षित होना पड़ेगा 

पहाड़ी कोरवा समाज के उत्थान के लिए अग्रसर शिक्षक नंदेश्वर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने परिवार को शिक्षित होना पड़ेगा। आगे उन्होंने कहा कि, मैंने पढ़ाई करने के बाद चपरासी से लेकर शिक्षक बनने तक का सफर तय किया है। पढ़ाई से ही सरकारी नौकरियां मिलेगी आप लोगों को शराब से दूर होकर अपने अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए।

ये रहे मौजूद 

बैठक में कोरवा समाज के मानसाय,भोलाराम, केशवर,रामलाल,भोला , बुद्धेश्वर, बबन सिंह, चंतुराम्  मुंगलाराम,नंदेश्वर, नानसाए,अमरसाय,बिहारी,भोला,जगबीर,नईहरसाय, केसवर, घुरनसाय, चंदेश्वर, सोभनसाय, बुधनराम, रूदनराम, विजय कुजूर, रामनाथ मौजूद रहे।