रायपुर। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री रायपुर पहुंचे। आज से कोटा रोड गुढ़ियारी स्थित विवेकानंद विद्यापीठ के सामने बाबा का दिव्य दरबार लगेगा। पंडित शास्त्री राजधानी में 23 जनवरी से  27 जनवरी आयोजित हनुमंत कथा करेंगे। साथ ही सैकड़ों परिवारों का घर वापसी, भारतीय सैनिकों का सम्मान और निर्धन कन्याओं का विवाह समिति के विख्यात पंडितों के द्वारा हिन्दू रीति-रिवाज वैदिक परंपरा अनुसार संपन्न कराया जाएगा।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, हम अयोध्या से सीधा उनके ननिहाल आए हैं। कल के सूर्योदय के साथ ही सूर्यवंशी प्रभु राम मंदिर में विराजमान हुए। इसी के साथ नई ऊर्जा का संचार भारत में हुआ। अब हम अखंडता और एकता की ओर बढ़ रहे हैं। भारत पुन: विश्वगुरु के मार्ग पर अग्रसर हो रहा है। 

त्रेता युग का प्रारंभ हुआ, अब मथुरा की बारी है
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, श्री राम के आगमन के साथ ही त्रेता युग का प्रारंभ हो गया है। आने वाला समय द्वापर का होगा। अब मथुरा की बारी है। 

राम राज्य चाहते हो तो मन मंदिर में भी राम लाना होगा
उन्होंने आगे कहा कि, साल बदल गया, छत्तीसगढ़ का हाल बदल गया। छत्तीसगढ़ और बस्तर के कोने-कोने में कथा करके विरोधियों को जवाब देंगे। छत्तीसगढ़ के इसी पावन भूमि में प्रण करके आप लोगों से कहा था, आप साथ दो रामराज लाएंगे। हमने कहा था कि, हम तब छत्तीसगढ़ आएंगे, जब तक हर माथे पर तिलक नहीं लग जाता। राम लला मंदिर तो आ गए रामराज्य चाहते हो तो मन मंदिर में भी राम लाना होगा।