रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर और नारायणपुर जिलों की महाराष्ट्र सीमा से लगते अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ चल रही है। इस मुठभेड़ में दो जवान घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज श्री नारायण हॉस्पिटल में भर्ती करवाया है। जवान ने बताया कि, 23 से अधिक नक्सली घटना के दौरान मौजूद थे। 5 नक्सलियों की मृत्यु के साथ कई घायल नक्सली फरार हुए हैं। 

सुबह से जारी है मुठभेड़ 

उल्लेखनीय है कि, कांकेर और नारायणपुर जिलों की महाराष्ट्र सीमा से लगते अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ चल रही है।शनिवार की सुबह से जारी है। महाराष्ट्र के सी-60 कमांडोज के साथ कांकेर - नारायणपुर जिले की पुलिस का इसे अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन बताया जा रहा है। मुठभेड़ में कई नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। पुलिस ने अब तक 5 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं, फिलहाल रुक-रुक कर दोनो ओर से फायरिंग जारी है। वहीं 2 जवानों के घायल होने की भी खबर है। खिलेश्वर गावड़े और हीरामन यादव को इलाज के लिए रायपुर लाया गया है।

एसपी ने की मुठभेड़ की पुष्टि 

मिली जानकारी के अनुसार, यह मुठभेड़ नक्सलियों की एक बड़ी पार्टी से हो रही है। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से सुरक्षाबलों की संयुक्त पार्टी ने नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी के सदस्य अभय को घेरने के लिए इस ऑपरेशन को शुरू किया है। सुरक्षाबलों को अभय के साथ बड़ी संख्या में नक्सलियों के जमावड़े की सूचना मिली थी। मुठभेड़ की पुष्टि कांकेर एसपी आई के एलिसेला ने की है। घायल जवानों को जंगल से निकालने के लिए MI17 हेलिकाप्टर को भेजा गया। जंगल में ही MI 17 हेलिकाप्टर को उतारकर घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर लिया गया है। उन्हें रायपुर भेजे जाने की सूचना मिली है।

इसे भी पढ़ें... हाथी बने समस्या : इलाके में मचा रहे हैं उत्पात, जंगल छोड़ रिहायशी इलाकों का कर रहे रुख 

महाराष्ट्र की सी-60 कमांडो और डीआरजी की संयुक्त कार्रवाई

इस ऑपरेशन में कांकेर और नारायणपुर जिलों के डीआरजी जवानों के साथ महाराष्ट्र की सी-60 कमांडो की टीम भी शामिल है। बड़ी संख्या में जवान जंगलों में मौजूद हैं और नक्सलियों को चारों ओर से घेरने की कोशिश जारी है। 

अभी भी जारी है मुठभेड़

सुरक्षाबलों का कहना है कि, मुठभेड़ अभी खत्म नहीं हुई है और इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। माना जा रहा है कि, नक्सलियों की ओर से बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है। इस मुठभेड़ पर सभी प्रमुख सुरक्षा एजेंसियां नजर बनाए हुए हैं। यह ऑपरेशन नक्सलियों के खिलाफ अब तक के सबसे बड़े अभियानों में से एक माना जा रहा है।